जनता की गाढ़ी कमाई का हो रहा है खुलेआम दुरूपयोग

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JOGI EXPRESS

छत्तीसगढ़- रायपुर में 1962 से सिविल लाइन घाटे में चल रहे मार्कफेड मुख्यालय भवन और कटेला भवन को तीन गुना अधिक किराये की जगह शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। इस बारे में जानकारी देते हुए जनता काँग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के नेता व प्रवक्ता नितिन भंसाली ने बताया कि राजधानी रायपुर के नूतन राईस मिल में जब मार्कफेड की खुद की 10 एकड़ जमीन है जिस पर वर्षों पहले भी संचालक मंडल में निर्णय के बाद, नए भवन के निर्माण हेतु प्रस्ताव आमसभा में पास किया गया था जिसमें टेंडर भी जारी किया गया था। बावजूद इसके, तकरीबन साढ़े चार लाख रुपये प्रति माह के किराये, जिसका एग्रीमेंट मार्च 2018 तक मान्य है, की जगह को छोड़कर रायपुर में ही 12 लाख रुपये प्रति माह के किराये में नई जगह पर ऑफिस शिफ्ट करने का निर्णय समझ के परे है। आगे भंसाली ने बताया कि घाटे में होने के बावजूद, राज्य सरकार की गारंटी पर बैंकों से ऋण लेकर किसानों को भुगतना करने वाली संस्था तकरीबन पौने दो करोड़ रुपये का सालाना खर्च करने जैसा निर्णय कैसे कर सकती है? यह जरूर किसी धांधली की ओर इशारा करता है।
JCC-J प्रवक्ता नितिन भंसाली ने इस मामले में कमीशन खोरी की आशंका जताई है जिसकी शिकायत वे EOW और राज्य शासन से करेंगे। साथ ही भंसाली ने मार्कफेड द्वारा पूर्व में प्रस्तावित नूतन राईस मिल में भवन निर्माण व स्थानांतरित करने की मांग की है।

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