मॉडल सामुदायिक वन अधिकार क्षेत्र बनाने दिया गया प्रशिक्षण

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रायपुर, वन अधिकार अधिनियम 2006 के तीन दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन आज सामुदायिक वन अधिकार और सामुदायिक वन संसाधन अधिकार के विषय में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में सामुदायिक वन अधिकार एवं सामुदायिक वन संसाधन अधिकार के लिए दावा करने की प्रक्रिया, सामुदायिक वन अधिकार एवं सामुदायिक वन संसाधन अधिकार से सम्बंधित मुद्दे के संबंध में जानकारी दी गई। प्रशिक्षणार्थियों से कहा गया है कि वनांचल क्षेत्रों में मॉडल सामुदायिक वन अधिकार क्षेत्र विकसित किए जाएं।
. प्रशिक्षण के दूसरे दिन देश में सामुदायिक वन संसाधन प्रबंधन के क्षेत्र में अग्रणी गढ़चिरोली जिले के गाँव मेंढालेखा के श्री देवजी तोफा ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे ग्राम सभा द्वारा उनकी पारंपरिक सीमा के अंतर्गत वनों का संरक्षण, पुनरजीवन एवं प्रबंधन कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अब गाँव और वन के विकास के लिए शासकीय विभागों को ग्राम वासियों के साथ मिलकर विकास की योजना बनाने एवं काम करने की जरुरत है।
कार्यक्रम में उपस्थित विशेष अतिथि मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री राजेश तिवारी ने सामुदायिक वन अधिकार क्रियान्वयन में छत्तीसगढ़ को अग्रणी राज्य बनाने के लिए सभी विभागों को मिलके काम करने की बात कही। उन्होंने वन विभाग को इस अधिनियम को लागू करने में पूरी सहायता करने के लिए प्रोत्साहित किया। श्री तिवारी ने कहा की देश में जंगल वही बचें हैं, जहाँ आदिवासी रहते हैं। यह अधिनियम इन वनों को बचाने का एक अग्रणी अधिनियम है। छत्तीसगढ़ सरकार आने वाले समय में गाँव स्तर तक इस कानून के विषय में जागरूकता लाने पर काम करेगी ताकि समस्त वन वासियों को इसका लाभ मिल सके।
राजनांदगांव की सामाजिक संस्था श्रृष्टि के श्री केशव गर्नुले ने सामुदायिक वन अधिकार प्रबंधन समिति बनाने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने राजनांदगांव के अम्बागढ़ चौकी के ग्राम समूहों द्वारा सामुदायिक वन अधिकार क्षेत्र में वनोपज प्रबंधन के बारे में अनुभव साझा किए।
प्रशिक्षण सत्र में प्रदेश में धमतरी जिले के विकासखण्ड नगरी के ग्राम जबर्रा में 5352 हेक्टेयर दिए गए सामुदायिक वन अधिकार की प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बताया गया कि प्रदेश में सामुदायिक वन संसाधन अधिकार के संबंध में एक बहुत अच्छा उदाहरण है। श्री तिवारी द्वारा इस सामुदायिक वन क्षेत्र का प्रतिभागियों को भ्रमण करने के लिए सुझाव दिया। .

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