काइल जैमीसन के पंजे में फंसा भारत, टॉम लाथम और ब्लंडेल ने दी न्यूजीलैंड को मजबूत शुरुआत

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क्राइस्टचर्च 

न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में अपने स्थिति मजबूत कर ली है। हेगली ओवल में खेले जा रहे मैच के पहले दिन भारत को 242 रनों पर समेटने के बाद कीवी टीम ने बिना कोई विकेट खोए 63 रन बना लिए हैं। भारतीय बल्लेबाजों ने जरूरी जज्बा तो दिखाया लेकिन गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलकर अपने विकेट भी गंवाए जिसके कारण टीम पहली पारी में 242 रन ही बना पायी। पृथ्वी साव ने जहां आक्रामक तेवर अपनाकर 64 गेंदों पर 54 रन बनाए, वहीं पुजारा (140 गेंदों पर 54) ने अपना चिर परिचित धैर्य दिखाया। साव की तरह हनुमा विहारी (70 गेंदों पर 55 रन) ने भी गेंदबाजों पर हावी होने की रणनीति अपनाई। 

 

विहारी के टी ब्रेक से ठीक पहले आउट होने के बाद भारतीय पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। काइल जैमीसन (45 रन देकर 5 विकेट) ने चाय के विश्राम के बाद भारतीय पारी को समेटने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने अपने दूसरे टेस्ट मैच में ही पांच विकेट लेने का कारनामा दिखाया। न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी की अच्छी शुरुआत की और स्टंप उखड़ने तक बिना किसी नुकसान के 63 रन बनाए। टॉम लाथम (नाबाद 27) और टॉम ब्लंडेल (नाबाद 29) को भारतीय तेज गेंदबाज खास परेशान नहीं कर पाए। पिच दूसरे और तीसरे दिन बल्लेबाजी के लिए अच्छी रहेगी। न्यूजीलैंड अगर इसका फायदा उठाता है तो फिर विराट कोहली और उनकी टीम पर दो मैचों की सीरीज 0-2 से गंवाने का खतरा गहरा जाएगा। घसियाली पिच पर तीन भारतीय बल्लेबाजों साव, विहारी और पुजारा ने दिखाया कि रन बनाना मुश्किल नहीं है लेकिन इन तीनों ने ढीले शॉट खेलकर अपने विकेट इनाम में भी दिए। अपनी बल्लेबाजी कौशल के कारण ऋद्धिमान साहा पर प्राथमिकता पाने वाले ऋषभ पंत (12) ने जीवनदान मिलने के बावजूद ढीला शॉट खेला और गेंद उनके विकेट थर्रा गई। 

 

भारत एक समय चार विकेट पर 194 रन बनाकर 350 रन तक पहुंचने की स्थिति में दिख रहा था लेकिन इसके बाद उसने छह ओवर और 22 रन के अंदर पांच विकेट गंवा दिए जिसका मैच के परिणाम पर निर्णायक प्रभाव पड़ सकता है। जैमीसन ने चाय के बाद पुजारा, पंत और उमेश यादव को जल्दी-जल्दी पविलियन भेजकर भारतीयों की 250 रन तक पहुंचने की उम्मीदों पर भी पानी फेर दिया। मोहम्मद शमी ने 16 और जसप्रीत बुमराह ने नाबाद 10 रन बनाए। कप्तान विराट कोहली (3) फिर से नाकाम रहे। वह अभी तक इस दौरे में तीनों फॉर्मेट में केवल एक अर्धशतक जमा पाए हैं। पहले टेस्ट मैच में जुझारूपन दिखाने वाले मयंक अग्रवाल (सात) और अंजिक्य रहाणे (सात) भी जल्दी आउट हो गए। साव ने सुबह अपने अच्छे फुटवर्क से कुछ दर्शनीय ड्राइव लगाए। इस बीच ट्रेंट बोल्ट (89 रन देकर दो) और कोलिन डि ग्रैंडहोम ने स्विंग हासिल करने के लिए ओवरपिच गेंदबाजी भी। साव ने अपनी पारी में आठ चौके और नील वैग्नर (29 रन देकर एक) पर छक्का लगाया। उन्होंने पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 50 रन जोड़े। वह अर्धशतक पूरा करने के बाद हालांकि पविलियन लौट गए। 

 

जैमीसन की ओवर पिच गेंद को ड्राइव करने के प्रयास में उन्होंने दूसरी स्लिप में खड़े लाथम को कैच दिया जिन्होंने एक हाथ से बेहतरीन कैच लिया। टिम साउदी (38 रन देकर 2) ने कोहली को पगबाधा आउट करके उनके लिए यह दौरा बुरा बनाए रखा। इसके बाद उन्होंने रहाणे को स्विंग लेती गेंद पर पहली स्लिप में रॉस टेलर को कैच देने के लिए मजबूर किया। विहारी ने आक्रामक तेवर अपनाए। दिलचस्प बात यह है कि जब वह 13 रन पर खेल रहे थे तब पुजारा अर्धशतक से एक रन दूर थे। इसके बाद विहारी दस चौकों की मदद से जब 55 रन बनाकर आउट हुए तो भारत का नंबर तीन बल्लेबाज 53 रन पर था। इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 81 रन जोड़े। हनुमा विहारी विशेषकर वैग्नर के खिलाफ अधिक सहज दिखे और उनकी शार्ट पिच गेंदों पर जवाबी हमला किया लेकिन चाय से ठीक पहले वह इसी गेंदबाज की धीमी बाउंसर पर आउट हो गए। पुजारा ने जैमीसन के बाउंसर पर अपना विकेट गंवाया। उनका अपने पुल शॉट पर नियंत्रण नहीं था और गेंद हवा में लहरा गई। भारत के पुछल्ले बल्लेबाज फिर से उपयोगी योगदान देने में नाकाम रहे। 

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