मुख्यमंत्री बोले – जीएसटी से हमारी ताकत बड़ी हैं

0

इंदौर
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौरवासियों को शुक्रवार को 897 करोड़ रुपए के कार्यों की सौगात दी। मुख्यमंत्री राऊ विधानसभा में जय किसान फसल ऋण माफी योजना के द्वितीय चरण के तहत आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने रंगवासा में करीब 40 करोड़ रुपए से बन रहे कनफेक्शनरी क्लस्टर का भूमिपूजन किया। इसके बाद सांवेर तहसील के 2455 किसानों के 18.07 करोड़, देपालपुर तहसील के 4777 किसानों के 34.61 करोड़ और इंदौर तहसील के 2379 किसानों के 17.48 करोड़ रुपए के ऋण माफी का प्रमाण पत्र प्रदान किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारा मकसद मप्र में निवेश की क्रांति लाना है। जीएसटी से हमारी ताकत में काफी इजाफा हुआ है।

प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज के विकास की असीम संभावनाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश राज्य उद्यानिकी क्षेत्र में देश में दूसरे स्थान पर आता है एवं थोड़े ही प्रयासों से प्रथम स्थान पर आने की क्षमता भी रखता है। उद्यानिकी फसलों के लिए प्रोसेसिंग इकाइयों का होना आवश्यक है, जिससे कि बाजार में मार्केटेबल फिनिश्ड गुड्स उपलब्ध कराई जा सके। इस प्रकार किसान एवं औद्योगिक इकाइयों दोनों को ही लाभ मिलेगा।

प्रदेश को लॉजिस्टिक हब बनाने की ओर बढ़ रहे कदम
मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश राज्य देश के केंद्र में स्थित होने के कारण लॉजिस्टिक हब बनने की संपूर्ण संभावनाएं रखता है । उन्होंने कहा कि इसे हम ड्राई पोर्ट के रूप में भी विकसित कर सकते हैं। एयर कनेक्टिविटी के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि विभिन्न बड़ी कंपनियों की आवश्यकता होती है कि जहां वे कार्य करें वहां इंटरनेशनल फ्लाइट कनेक्टिविटी आसान हो। इस दिशा में भी संपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने सीआईआई एमपी से भी इस कार्य के लिए एक प्रपोजल तैयार करने को कहा।

मध्यप्रदेश को बनाया जाएगा फॉर्मास्युटिकल हब
पीथमपुर औद्योगिक संगठन के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा – मध्यप्रदेश को फॉर्मास्युटिकल हब बनाया जाएगा। इसके लिए उन्होंने औद्योगिक संस्थानों से आह्वान किया है कि वे मध्यप्रदेश में आएं, रिसर्च करें और फॉर्मास्युटिकल औद्योगिक ईकाइयों की स्थापना करें। उन्होंने कहा यहां इसके लिए पर्याप्त संसाधन मौजूद है। मध्यप्रदेश में सबसे अधिक जैवविविधता है। उन्होंने बताया कि सन फार्मा ने अपने रिसर्च की शुरुआत कर दी है। प्रदेश में उपलब्ध जड़ी-बुटियों और अन्य संसाधनों की मदद से वह कैंसर के इलाज के लिए 70 प्रतिशत से अधिक खोज को पूरा कर चूकी है। बैठक में मुख्यमंत्री पीथमपुर संबंधी औद्योगिक ईकाइयों और औद्योगिक क्षेत्र की समस्याओं को भी सुना।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *