न्यूजीलैंड में बल्लेबाजी को लेकर अजिंक्य रहाणे और विराट कोहली के विचार अलग

0

 क्राइस्टचर्च 
न्यूजीलैंड और भारत के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच 29 फरवरी से क्राइस्टचर्च के हेगले ओवल मैदान पर खेला जाना है। सीरीज के पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया के बल्लेबाज कीवी गेंदबाजों के सामने काफी संघर्ष करते हुए नजर आए थे। भारतीय टेस्ट टीम के उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने दूसरे टेस्ट से पहले भारतीय बल्लेबाजों को कुछ टिप्स दिए हैं। रहाणे ने कहा कि मजबूत इच्छाशक्ति और साफ मानसिकता के साथ भारतीय बल्लेबाजों को दूसरे टेस्ट में खेलना होगा। कप्तान विराट कोहली से हालांकि रहाणे का विचार कुछ अलग नजर आ रहा है।
 
वेलिंग्टन में खेले गए पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया 165 और 191 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। रहाण ने पहली पारी में 46 और दूसरी पारी में 29 रन बनाए थे। दूसरे टेस्ट से एक दिन पहले रहाणे ने कहा, 'मैं नहीं कह रहा कि हमें ज्यादा आक्रामकता से खेलना होगा लेकिन ज्यादा इच्छाशक्ति और साफ मानसिकता से हमें मदद मिलेगी।' उन्होंने कहा, 'मेरे लिए, एक बल्लेबाज के तौर पर मुझे लगता है कि आपको गेंदबाज के सामने अपनी इच्छाशक्ति दिखानी होती है। अगर आप एक जगह पर खड़े रहे तो गेंदबाजों को ज्यादा कुछ बदलने की जरूरत नहीं है। इस तरह की बातों पर हम प्रैक्टिस सेशन में ध्यान दे रहे हैं। साथ ही किस तरह से क्रीज और एंगल का उपयोग करना है उस पर भी ध्यान दिया जा रहा है। लेकिन आप कितना भी अभ्यास कर लें, आपको पिच पर बल्लेबाजी करने के लिए अपने पर विश्वास होना चाहिए।'
 
'पहले टेस्ट में कीवी गेंदबाजों की रणनीति साफ थी'

पहले टेस्ट मैच में रहाणे उन बल्लेबाजों में से थे जिन्होंने विकेट पर टिकने की हिम्मत दिखाई थी। वो हालांकि बड़ा स्कोर नहीं कर पाए थे, लेकिन दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने विकेट पर अच्छा समय बिताया था। उन्होंने अपनी टीम के बल्लेबाजों से एक अलग एंगल को ध्यान में रखते हुए बल्लेबाजी अभ्यास करने की बात भी कही है। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि उनके गेंदबाजों ने वेलिंग्टन में एक अच्छे एंगल का उपयोग किया था। वो क्रीज से कोने और मिडिल में रहकर गेंदबाजी कर रहे थे। शॉर्ट गेंद फेंकते हुए वो एंगल बदल रहे थे। उनकी रणनीति साफ थी। एक बल्लेबाज के तौर पर अगर आप एक निश्चित शॉट के बारे में सोच रहें हैं तो आपको अपने आप को उस शॉट के लिए तैयार करना होगा और उस पर भरोसा करना होगा और शक नहीं करना होगा।'

विराट का मानना आक्रामक होकर खेलना जरूरी

उन्होंने कहा, 'इसलिए मैंने कहा, हमने एक टीम के तौर पर क्या गलतियां की, उनसे हमें सीखना होगा। मुझे लगता है कि हमें उन एंगल के सामने बल्लेबाजी करने का अभ्यास करना होगा। हमने अभी अभ्यास किया है।' वहीं कप्तान विराट कोहली ने दूसरे टेस्ट मैच से पहले कहा था कि भारतीय बल्लेबाजों को डिफेंसिव होकर विदेशी पिचों पर नहीं खेलना चाहिए और आक्रामक रुख अपनाना चाहिए। विराट ने चेतेश्वर पुजारा और बाकी बल्लेबाजों को कड़ संदेश देते हुए यह बात कही थी। अब ऐसे में उनका और रहाणे का नजरिया कुछ अलग नजर आ रहा है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *