September 20, 2024

RTO उड़नदस्ता की अवैध वसूली से त्रस्त आम जनता ,परिवहन मंत्री के आदेश की उड़ा रहे खुलेआम धज्जी

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जोगी एक्सप्रेस 

 

सूरजपुर ,ब्यूरो :अजय तिवारी  : सरकार ने एक तरफ परिवहन विभाग के स्थाई और अस्थाई बेरियर बन्द तो करा दिए लेकिन वहिं दूसरी तरफ सूरजपुर जिले की सड़कों पर अभी भी परिवहन विभाग के उड़नदस्ता टीमों का साम्राज्य है,वाहन चेकिंग के नाम पर ट्रकों से अवैद्ध वसूली बिना रोक टोक और भय के लगातार जारी है।प्रतापपुर क्षेत्र में बनारस मार्ग में जरही से चंदोरा के बीच खाकी वर्दी के साथ बदमाश से दिखने वाले लोग उड़नदस्ता की गाड़ी में ट्रकों से अवैध वसूली करते देखे जा सकते हैं,जिसमे इनके द्वारा ट्रकों की लंबी लम्बी लाइनें लगा दी जाती हैं  डर कर लोग इधर उधर से भागने के चक्कर में दुर्घटनाग्रस्त हो जाते  हैं,सरकार के आदेश के बावजूद उड़नदस्ता की टीम  के द्वारा अवैध वसूली पर शासन प्रशासन मौन साधे हुए है।
   गौरतलब है कि केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भारत की परिवहन नीति में बदलाव करने की  आवश्यकता पर जोर देते हुए अच्छी व स्वच्छ व्यवस्था के लिए परिवहन विभाग के सारे काउंटर बंद करने का अनुमोदन किया था, इसी तारतम्य में देशभर में उड़नदस्ता चौकियों के साथ साथ टोल नाका भी बंद करने के आदेश दिए थे। देशभर के साथ छत्तीसगढ़ के तमाम व्यवसायिक राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ अन्तर्राज्यिय मार्गो से उड़नदस्ता चौकिया हटा ली गई कई, टोल नाके भी बंद कर दिए गए,परिवहन अधिनियम के अन्य अनुदेशों में परिवहन विभाग को ओवरलोड वाहनों के चेकिंग का अधिकार दिया गया लेकिन यही अधिकार परिवहन विभाग के लिए वरदान बन गया है और सरकार के आदेश को धता बता उड़नदस्ता के माध्यम से जमकर वसूली कराई जा रही है।
वहिं स्थानीय लोगो का कहना है कि  बनारस मार्ग में जरही से चंदोरा के बीच रोज उड़नदस्ता की टीम को नीले रंग की गाड़ी में ट्रकों से अवैध वसूली करते देखा जा सकता है,इस गाड़ी में कुछ लोग खाकी वर्दी में होते है तथा साथ में बदमाश से दिखने वाले लोग जो परिवहन विभाग के कर्मचारी भी  नहीं हैं  वह भी साथ में रहते है  जिनको सड़क के बीच पूरी रौबदारी के साथ वसूली करते देखा जा सकता है जिसमे इनका आधार  होता है ओव्हरलोड के साथ कागजात जांच करने का लेकिन जांच केवल औपचारिकता होती है और मुख्य मुद्दा वसूली होता है,दिखाबे और कोरम पूरा करने के लिए नाममात्र का चालान काट दिया जाता है। ऐसा इस मार्ग पर रोज देखने को मिलता है।वहिं उनका यह भी कहना है कि सरकार के आदेश के बावजूद परिवहन विभाग पर कोई असर नहीं पड़ा है और अस्थाई बेरियर लगा वसूली निरन्तर जारी है,यह मार्ग भी व्यस्त मार्ग है तथा शासन प्रशासन के जिम्मेदार व्यक्ति रोज इस मार्ग से गुजरते हैं लेकिन सब कुछ देखते हुए भी अपनी आंखें बंद कर आगे बढ़ जाते हैं जिसकारण  परिवहन विभाग के उड़नदस्ता टीम की अवैध वसूली  बदस्तूर जारी है।

 जांच के नाम पर होती है वसूली…

उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उड़ीसा वह कई अन्य राज्यों से छत्तीसगढ़ समेत देश के अन्य कोणों तक मालवाहक करने वाले ट्रकों ,टेलरो व कंटेनरों को अंबिकापुर सूरजपुर सीमा से लेकर बलरामपुर सीमा तक कहीं भी यह नीली  रंग की गाड़ी खड़ी हो जाती है और फिर शुरू होता है दस्तावेजों की जांच के नाम पर इंट्री का खेल ! कई मालवाहक गाड़ियों के चालकों ने नाम गुप्त रखने के बात पर जिले के हमारे विशेष संवाददाता से बताया कि वाहन चेकिंग के नाम पर नीली गाड़ी में सवार वर्दीधारी कुछ लोग गाड़ी रुकवाकर गाड़ी के समस्त दस्तावेज फाइल समेत जप्त कर लेते हैं और 8 से 10 हजार रुपए लेने के बाद ही फाइल वापस करते हैं इतना ही नहीं जब तक पैसे नहीं मिलते तब तक गाड़ी को खड़ी करवा कर रखते हैं !

 वर्दी से बैच नेम प्लेट गायब… 

 नीले कलर की शासकीय गाड़ी में परिवहन विभाग लिखा होता है सामने की ड्राइविंग सीट के बाजू में कोई टू स्टार वर्दीधारी बैठता है, और 4-5 की संख्या में ऐसे वर्दीधारी होते हैं जिनकी वर्दी पर उनका बैच व नाम नहीं होता ! इस तरह इनके द्वारा लगातार 24 घंटे वाहन चेकिंग के नाम पर बेखौफ वसूली की जाती है ! इनकी इस दशा से यह तो स्पष्ट है कि कहीं ना कहीं शासकीय वाहन का दुरुपयोग करते हुए विभाग को बदनाम करते हुए वाहन चेकिंग को स्वयं ही जांच के दायरे में खड़ा कर रहे हैं !

ओवरलोडिंग से कोई मतलब नहीं..

मतलब रहे भी कैसे इनका टारगेट तो कुछ और ही होता है ! केंद्रीय परिवहन या छत्तीसगढ़ परिवहन विभाग की बात हो इसके हिसाब से इन्हें तो ओवरलोडिंग की विशेष जांच करनी होती है ! यहां यह बात स्पष्ट करना होगा की वाहन में वजन से ज्यादा कितना सामान भरा हुआ है बिना वह ब्रिज के यह कैसे पता करेंगे क्योंकि जिस परिवहन विभाग की नीली गाड़ी का यह लोग उपयोग कर रहे हैं वह कभी लटोरी जंगल में तो कभी सोनगरा जंगल में कभी जरही ,दूरती,मरहटटा तो कभी कल्याणी खदान के पास खड़ी रहती है और शुरू रहता है वसूली का बेखौफ खेल !

 अवैध जांच का क्या है सबब…

इस तरीके से परिवहन विभाग के वाहन का दुरुपयोग करते हुए मुख्य सड़क पर बेतरतीबी से भारी वाहनों को खड़ा करके इनके द्वारा की जा रही दस्तावेजों की जांच पर बेखौफ वसूली का खेल लगातार दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रही है ! इसकी मुख्य वजह है एक तो सड़क खराब है और दूसरी और यह लोग अपनी वाहन सड़क के किनारे खड़ा कर देते हैं और अन्य भारी वाहनों की कतार लगी रहती है!

क्या कहते है जिला परिवहन अधिकारी 

 सूरजपुर जिले के परिवहन अधिकारी एस. आर. भगत:  जब इस मामले के सम्बन्ध में बात की गई तो उन्होंने कहा  कि यह संभाग स्तरीय उड़नदस्ता की टीम है जिन्हें परिवहन में लगी वाहनों के जांच हेतु समस्त अधिकार प्रदान है। वाहन चेकिंग के नाम पर अवैध इंट्री वसूली में उन्होंने अपनी अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि मैं अभी एक निजी कार्यक्रम में रायपुर आया हुआ हूं आने के पश्चात मामले को देखता हूं ।

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