मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों को ’स्वास्थ्य रत्न’ से किया सम्मानित : डॉ. रमन सिंह हेल्थ समिट में हुए शामिल

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जोगी एक्सप्रेस 

रायपुर ,मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज रात ’हेल्थ समिट’ कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम का आयोजन निजी टी.व्ही. चैनल जी टी.व्ही.(छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश) के द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने वाले चिकित्सकों को ’स्वास्थ्य रत्न’ से सम्मानित किया। उन्होंने मुख्य अतिथि की आसंदी से सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है। आज सभी जिला मुख्यालय में जिला अस्पताल खुल गए हैं। बस्तर जैसे सुदूर क्षेत्रों में चिकित्सा की आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है। वहां पर मुख्यमंत्री स्वास्थ्य फेलोशिप योजना के तहत विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है, जिससे दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा में बड़ी-बड़ी बीमारियों का इलाज जैसे किडनी की डायलिसिस भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा-स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए नियमित रूप से पैदल चलें और व्यायाम करें। मैं स्वयं प्रतिदिन सात से आठ हजार कदम पैदल चलने का प्रयास करता हूं। यह डायबिटिज और ब्लड प्रेसर से दूर रहने का सबसे अच्छा तरीका है।
डॉ. सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण हुआ, तो हमारे सामने मातृ मृत्युदर, शिशु मृत्यु दर की चुनौतियां थी, मगर आज यहां इनकी दर काफी कम हो गई है। उन्होंने कहा-हमने मितानिनों की नियुक्ति की, जिसे पूरे देशभर में ’आशा’ के मॉडल के रूप में अपनाया गया है। साथ ही कई नर्सिंग कॉलेज खोले गए, जिसके माध्यम से अस्पतालों में प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ की नियुक्ति की गई । इसके कारण प्रदेश में संस्थागत प्रसव में तेजी से वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कैंसर जैसे बड़ी बीमारियों के इलाज के लिए प्रदेश की राजधानी में डॉ. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल में उच्च स्तरीय सुविधा है, जिसमें आसपास के राज्यों से भी इलाज के लिए मरीज आते है। राज्य सरकार द्वारा बच्चों के हृदय के इलाज के लिए मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना शुरू की गई है, जिससे प्रतिवर्ष कई बच्चों को लाभ हुआ है। आज सुबह मैंने इस योजना के लाभान्वित बच्चों से बात की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ से स्वस्थ और स्वस्थ से समृद्ध छत्तीसगढ़ का निर्माण होगा। राज्य सरकार द्वारा इसके लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। अब तक 60-70 फीसदी से अधिक ग्राम-शहर खुले में शौचमुक्त हो गए हैं और दो अक्टूबर 2018 तक पूरा प्रदेश खुले में शौचमुक्त हो जाएगा। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास मंत्री  रमशीला साहू, छत्तीसगढ़ औद्योगिक विकास निगम के अध्यक्ष  छगन मूंदड़ा और जी टी.व्ही. (छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश) के सम्पादक दिलीप तिवारी सहित अन्य जनप्रतिनिधि, चिकित्सकगण और नागरिक उपस्थित थे।

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