दागी मंत्रियों की मंत्रिमंडल उपसमिति बनाना, रावण को सीता की रक्षा करने की जिम्मेदारी देना जैसा : अमित जोगी

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  • नसबंदी काण्ड, गौहत्या काण्ड और नवजात शिशु हत्याकांड के दागी मंत्रियों को गौशाला उपसमिति में रखना छत्तीसगढ़ की जनता का मजाक बनाना। 

​​जोगी एक्सप्रेस 

 रायपुर: राज्य सरकार द्वारा कैबिनेट की बैठक में गौशालाओं की देखरेख व निति निर्धारण के लिए बनी त्रिसदस्यीय मंत्रिमंडल उपसमिति को विधायक अमित जोगी ने छत्तीसगढ़ की जनता के साथ मजाक बताया है। जोगी ने कहा कि समिति के तीनों मंत्री सदस्यों पर पहले ही हत्याकांडों का पाप चढ़ा हुआ है। ऐसे में उन्हें ऐसे काम की जिम्मेदारी देना जिसमे वो पहले ही फेल हो चुके हैं, अनुचित और हास्यपद है। जोगी ने कहा, ये तो बिलकुल वैसा ही है जैसे रावण को माता सीता की रक्षा करने की जिम्मेदारी देना। मंत्री बृजमोहन अग्रवाल स्वयं पशुपालन मंत्री हैं, उनके मंत्रित्वकाल में गौ-हत्या कांड का यह पहला मामला नहीं है, पिछले वर्ष 13 अगस्त को कांकेर के कर्रामाड़ में भी भाजपा नेता की गौशाला में  250 से ज्यादा गायें भूख के कारण मर चुकी है। न तो उस मामले की गहन जांच हुई और न ही सरकार ने सबक लेकर गौसेवा विभाग और पशुपालन विभाग के अधिकारियों पर कार्यवाही की। राजपुर और गोडमर्रा  में गौहत्या की दूसरी बड़ी घटना के बाद, मंत्री बृजमोहन को पद से हटाने के बजाय उल्टा उन्हें ही गौशाला उपसमिति का सदस्य बनाकर मुख्यमंत्री ने न्याय की आस लगाए बैठी छत्तीसगढ़ की जनता का मजाक उड़ाया है । अमित जोगी ने पुछा कि जिस मंत्री पर पहले ही रिसोर्ट बनाने का भ्रष्टाचार का मामला चल रहा हो, क्या वो अपने ही पशुपालन विभाग द्वारा दिए गए करोड़ों के अनुदान की निष्पक्ष जांच करेंगे ? जबकि उन्होंने स्वयं ये अनुदान बांटें हों।अमित जोगी ने कहा कि उपसमिति के दूसरे सदस्य, मंत्री अमर अग्रवाल के स्वास्थ मंत्री रहते हुए उनकी लापरवाही और स्वास्थ विभाग में भारी भ्रष्टाचार का जीता जागता सबूत नसबंदी काण्ड और आँख फोड़वा काण्ड के रूप में छत्तीसगढ़ की जनता पहले ही देख चुकी है । ऐसे निष्क्रिय, असफल और लापरवाह मंत्री को गौशाला उपसमिति में रख कर, मुख्यमंत्री गौशालाओं की गायों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं या उन्हें मारने का इंतज़ाम कर रहे हैं। उपसमिति के तीसरे सदस्य मंत्री अजय चंद्राकर हैं जिनके विभाग का बुरा हाल है।मेकाहारा में दो दिन पहले ही तीन नवजातों को ऑक्सीजन की कमी से मार देने का कांड हुआ है। दोषियों पर कार्यवाही करने के बजाय मंत्री मामले को दबाने बेतुके तर्क दे रहे हैं। जोगी ने कहा कि अजय चंद्राकर क्या गौशालाओं को दिए गए अनुदान में भ्रष्टाचार की जांच करेंगे जब स्वयं उन्ही पर आय से जयादा संपत्ति होने का मामला चल रहा हो। अमित जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता रमन सरकार के शासन-प्रशासन से त्रस्त हो चुकी है। भाजपा ने प्रदेश को अंधेर नगरी चौपट राजा जैसा हाल कर दिया है। जनता को राहत और न्याय तभी मिलेगा जब रमन सरकार सत्ता से बाहर होगी।

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