भारत और फ्रांस के बीच सामरिक साझेदारी का विस्तार मुख्य लक्ष्य: राजनाथ सिंह

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नई दिल्ली

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युअल मैक्रों के साथ बैठक करेंगे और बोर्डोक्स में वह पहला राफेल जेट विमान प्राप्त करेंगे। बोर्डोक्स में ही वह दशहरे के मौके पर शस्त्र पूजा करेंगे और राफेल में उड़ान भरेंगे।

राजनाथ सिंह ने सोमवार को पेरिस पहुंचने पर ट्वीट किया, ‘फ्रांस पहुंचकर खुशी हुई। यह महान देश भारत का अहम सामरिक साझेदार है और हमारा यह खास रिश्ता औपचारिक संबंधों से भी ज्यादा गहरा और लंबा है। फ्रांस की मेरी यात्रा का लक्ष्य दोनों देशों के बीच के वर्तमान सामरिक साझेदारी का विस्तार करना है।’

फ्रांस की राजधानी में एल्सी पैलेस में मैक्रों के साथ मीटिंग के बाद राजनाथ सिंह दक्षिण पश्चिमी फ्रांसीसी शहर बोर्डोक्स जाएंगे जहां वह भारतीय वायुसेना द्वारा खरीदे गए पहले राफेल लड़ाकू जेट को सौंपे जाने के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। यह कार्यक्रम भारतीय वायुसेना के स्थापना दिवस और दशहरे के दिन यानी 8 अक्टूबर को है।

इस मौके पर पारंपरिक ‘शस्त्र पूजा’ के लिए एयरबेस पर प्रबंध किया गया है । शस्त्र पूजा दशहरा का हिस्सा है। शस्त्र पूजा के बाद सिंह इस विमान के दो सीट वाले वर्जन में उड़ान भरेंगे। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘रक्षा मंत्री (सिंह) मेरीग्नैक में फ्रांस के रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले के साथ राफेल को सौंपे जाने के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। वह विजयदशमी के पावन अवसर पर शस्त्र पूजा भी करेंगे और राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भी भरेंगे।’

बता दें कि भारत ने करीब 59 हजार करोड़ रुपये मूल्य पर 36 राफेल लड़ाकू जेट विमान खरीदने के लिए सितंबर, 2016 में फ्रांस के साथ इंटर-गवर्नमेंटल अग्रीमेंट किया था। वैसे तो सिंह मंगलवार को 36 राफेल जेट विमानों में पहला विमान मंगलवार को प्राप्त कर लेंगे लेकिन चार विमानों का पहली खेप अगले साल मई तक ही भारत आएगी। सभी 36 राफेल जेट विमान सितंबर, 2022 तक भारत पहुंचने की संभावना है। उसके लिए भारतीय वायुसेना जरूरी बुनियादी ढांचा तैयारी कर रही है और पायलटों को प्रशिक्षण समेत अन्य तैयारियां करा रही है।

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