कांग्रेस का आचरण इस चुनाव का सबसे शर्मनाक अध्याय : कौशिक

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रायपुर , एकात्म परिसर में भाजपा अध्यक्ष धरम लाल कौशिक ने प्रेसवार्ता में कहा कार्तिक पूर्णिमा और गुरु नानक जयंती के अवसर पर आप सबको ढेर सारी शुभ कामना और बधाई. हम सब अपने महापुरुषों के बताये रास्ते पर चलते हुए प्रदेश-देश का नाम रोशन करें, यही कामना.

मित्रों,

दुनिया के श्रेष्ठतम लोकतंत्र का महोत्सव छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव के बाद यह आपसे पहली मुलाक़ात है. आप सब इस महान पर्व में सदा की तरह बढ़-चढ़ कर साझीदारी की, आप सबको अशेष साधुवाद. बहुत बधाई. प्रदेश की जनता और भाजपाजनों को भी अशेष धन्यवाद.

जब भी भारतीय लोकतंत्र का इतिहास लिखा जाएगा, तारीख में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज होगा. कालिख लगी अंगुली को काटने की धमकियों के बीच भी जिस तरह प्रदेश के आदिवासीगण बस्तर में निकल कर सामने आये, देश भर में सबसे ज्यादा, सबसे बड़ी संख्या में मतदान किया वह हमेशा याद किया जाएगा. इस मौके पर नमन करता हूँ मैं प्रदेश के आदिवासी भाइयों, किसानों, युवाओं, माताओं-बहनों का.

कल कांग्रेस अध्यक्ष का प्रेस वार्ता देख कर इस बात के प्रति आश्वस्त हुआ कि कांग्रेस ने परिणाम से पहले इस चुनाव में भी हार मान ली है. आपने देखा होगा कि जहां भी कांग्रेस हारती है, सबसे पहले ईवीएम पर सवाल उठाना शुरू कर देती है या अन्य ऐसे ही बहाने तलाशने लगती है. इस बार एक नया शिगूफा हैकिंग का भी लेकर आ रही है.

किसानों को गुमराह करने के लिए प्रदेश के लोग कांग्रेस को कभी माफ़ नहीं करेंगे. किसानों के लिए एक पैसे की मदद कभी नहीं पहुचाने वाले लोग, सत्ता में रहते हुए लाखों किसानों को आत्महत्या के लिए विवश करने वाले लोग डा. रमन सिंह जी की सरकार पर आरोप लगाते हुए झूठे सपने दिखाने लगे थे, इससे शर्मनाक बात और क्या होगी?

जिस सरकार ने तमाम कांग्रेसी भ्रष्टाचारों के उलट किसानों के लिए धान खरीदी से लेकर उनके लिए बोनस समेत तमाम इंतजामात किये. समूची दुनिया में एक आदर्श व्यवस्था स्थापित कर कृषि को लाभ का काम बनाया, उसपर आधारहीन आरोप लगाना, झूठे वादे कर कांग्रेस ने वास्तव में बेशर्मी की तमाम सीमाएं लांघ ली है. इस पार्टी को ख़त्म हो जाना चाहिए.

चुनाव में ढेर सारे झूठे कारोबार के बाद भी मन नहीं भरा तो अब भी कांग्रेस बाज़ नहीं आ रही है. वह किसानों को धान नहीं बेचने का दुष्प्रचार कर रही है जबकि खुद कांग्रेस के नेता अपना धान बेच रहे हैं. आपको ऐसे अनेक सबूत मिले होंगे जब कांग्रेस के नेता खुद अपना अगता हरुना धान बेच रहे हैं जबकि दूसरों को नहीं बेचने की बातें कह उन्हें गुमराह कर रही है. सच्चाई आप सब जानते हैं कि अभी तो धान की कटाई शुरू ही हुई है. कल तो अगहन शुरू ही हो रहा है जब किसान धान काटते हैं.

क़र्ज़ माफी की बात कर क्या करने वाले हैं कर्नाटक में आप सबने देखा ही है. वोट ले लेने के बाद जेल भेजने वाले लोग यहां भी वैसा ही करेंगे जैसे करते आये हैं अभी तक. कांग्रेस की नीति रही है, झूठ बोलो, जोर से बोलो, बार-बार बोलो, यही कांग्रेस की नीति रही है.

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