चुनावी सरगर्मियां बढ़ी, सभी दलों के उम्मीदवार त्योहारों के बाद हुये सक्रिय, घर-घर दे रहे दस्तक

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(भानु प्रताप साहू)
बलौदाबाजार/कसडोल/बिलाईगढ़। नामांकन पत्र वापसी के बाद चुनावी सरगर्मियां बढ़ने लगी है। इस बार के चुनाव में बलौदाबाजार, कसडोल एवं बिलाईगढ़ तीनों विधानसभा क्षेत्र में मतदाता भावी उम्मीदवार की तलाश कर रहा है। जो जनहित के मुद्दों पर कार्य करें। इसके अलावा मतदाता स्थानीय उम्मीदवार को ज्यादा तवज्जों देने की बात कह रहे है यदि कसडोल और बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो भाजपा एवं बसपा ने क्षेत्र के बाहरी व्यक्ति को टिकट दिया है तो वही कांग्रेस क्षेत्रीय उम्मीदवार की बात कहकर बाजी अपने पक्ष में करने की जुगत में लगा है। बलौदाबाजार में भी राजनैतिक सरगर्मियां चौतरफा दिख रही है इससे अनुमान इस बार के चुनाव में मुकाबला चतुष्कोणीय होने की प्रबल संभावना बनती दिख रही है।
बलौदाबाजार से 15 उम्मीदवार


5 अक्टूबर को नामांकन पत्र वापसी के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी अभ्यर्थियों को चुनाव चिन्ह का आबंटन कर दिया है अब सभी निर्वाचन क्षेत्रों में प्रत्याशियों की स्थिति स्पष्ट हो गई है। नामांकन पत्र वापसी के बाद बलौदाबाजार विधानसभा से 15 प्रत्याशी मैदान पर है जिसमे भाजपा से कल के शिक्षक टेसुराम धुरंधर, कांग्रेस से पुनः जनक राम वर्मा तो वही जोगी कांग्रेस से प्रमोद शर्मा कतार पर है पिछले चुनाव की बात करे तो यहाँ कांग्रेस ने कुल 170781 मत में 76549 मत पाकर विजवी हुई थी जिसमे जोगी पार्टी के कार्यकर्ताओं का अहम योगदान था लेकिन इस बार पार्टी के विखराव के बाद कांग्रेस को भाजपा से ज्यादा जोगी पार्टी से खतरा झलक रहा है। कुलमिलाकर यहाँ कांग्रेस का समीकरण बनता नही दिखाई दे रहा है।
कसडोल में उम्मीदवारों की झड़ी
जिले के चारों विधानसभा क्षेत्र से सबसे ज्यादा संवेदनशील और उम्मीदवार कसडोल विधानसभा से नजर आ रहे है यहाँ 31 उम्मीदारों ने नामांकन दाखिल किया था लेकिन नाम वापसी के बाद यहाँ सबसे ज्यादा 29 उम्मीदवार है यहाँ की सियाशी संग्राम पर नजर दौड़ाए तो सीधा-सीधा कांग्रेस और भाजपा में टक्कर दिखाई दे रहा है जनता कांग्रेस और बसपा के गठबंधन के बाद जिस कदर कसडोल विधानसभा की सीट लड़खाई इससे पार्टी के कार्यकर्ता

छिन्न भिन्न हो गये। जहाँ कल तक मुकाबला त्रिकोणीय दिखाई दे रही थी वह आज केवल आमने-सामने का मुकाबला रह गया है यहाँ वर्तमान में सत्ताधारी भाजपा की ओर से वर्तमान विधायक एवं छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल पुनः चुनाव मैदान में है तो वही कांग्रेस ने शकुंतला साहू को अपना प्रत्याशी बनाया है। बसपा एवं जनता कांग्रेस के बीच गठबन्धन के बाद भी दोनों ही दलों के प्रत्याशी चुनाव मैदान में नजर आ रहे हैं बसपा की ओर से रामेश्वर कैवर्त्य को हाथी एवं जनता कांग्रेस

जोगी की ओर से नामांकन भरने वाले परमेश्वर यदु को हल जोतता किसान छाप आबंटित किया गया है। पिछले चुनाव पर गौर किया जाये तो कसडोल विधानसभा में कुल 220080 मत डाले गये थे जिसमे भाजपा के गौरीशंकर अग्रवाल को 93629 मत पाकर विजवी हुये थे वही उनके निकटम रहें कांग्रेस के उम्मीदार राजकमल सिंघानिया को 70701 मिले थे।
बिलाईगढ़ में बागी बनें भाजपा का सिरदर्द


बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र से भी नामांकन वापसी के बाद कुल 15 उम्मीदार कतार पर है जिसमे अंतिम चुनाव में कुल 176888 मत में भाजपा के सनम जांगडे को 71364 मत मिले थे वही उनके निकटम रहे कांग्रेस के शिवकुमार डहरिया को 58669 को मत प्राप्त हुये थे वही यहाँ तीसरे पायदान पर रहे बसपा से श्याम टंडन को 36765 मत मिले थे। यहाँ भी इस बार भाजपा ने अपने वर्तमान विधायक डॉ सनम जांगड़े को पुनः चुनाव मैदान में उतारा है तो कांग्रेस ने कल के शिक्षाकर्मी की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए चन्द्रदेव रॉय को अपना प्रत्याशी घोषित किया है।बसपा की ओर से श्याम टण्डन चुनाव मैदान में फिर से है तो भाजपा से टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर बगावत कर भोजराम अजगले निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में है। जो भाजपा का सिरदर्द बन चुके है यहाँ भोजराम की बात करें तो जनपद में सभापति होने के कारण इनका पूरे क्षेत्र में दखल देखी जा सकती है जिससे भाजपा यहाँ अपने बगावत कर बैठे नेता जी से काफी चिंतित दिखाई दे रही है। जो कही न कही भाजपा के लिए खाई का काम करेगा।
पैराशूट नेता गायब


कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने धनबल के सहारे दूसरे क्षेत्रों से चुनाव लड़ने वाले नेताओं को पैराशूट नेता की संज्ञा देते हुए अब हर क्षेत्र से वहीं के स्थानीय व्यक्ति को टिकट दिए जाने की घोषणा की थी जिससे इन दोनों ही क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने दमखम के साथ दावेदारी प्रस्तुत किया था और राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने घोषणा के मुताबिक बलौदाबाजार से जनकराम वर्मा, कसडोल से युवा महिला एवं पिछड़े वर्ग के समीकरण को एक साथ साधते हुए

अप्रत्याशित रूप से शकुंतला साहू को प्रत्याशी बनाया है जिसका प्रारंभ में अन्य दावेदारों ने कुछ विरोध तो किया लेकि

 

न बाद में पार्टी एकता के नाम पर सभी आपसी मतभेद भुलाकर काम कर रहे हैं। शिक्षाकर्मी संघ के प्रांताध्यक्ष रहे चन्द्रदेव रॉय ने अपने नौकरी से त्यागपत्र देने के बाद कांग्रेस की ओर से बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में है। कसडोल एवं बिलाईगढ़ से स्थानीय एवं युवा प्रत्याशी उतारकर कांग्रेस अध्यक्ष ने एक तरह से रणनीति के तहत युवा वोटरों को अपने पक्ष में करने का प्रयास किया है।
सनम से कार्यकर्ता उपेक्षा का लगा रहे आरोप
बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक डॉ सनम जांगड़े पुनः भाजपा की ओर से चुनाव मैदान में है। सनम जांगड़े के विधायकी कार्यकाल में क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा उनके ऊपर उपेक्षा का आरोप लगाते रहे और स्थानीय लोगों को अवसर देने की बात कर रहे थे। लेकिन पार्टी ने पुनः सनम पर भरोसा जताते हुये मैदान पर खड़ा तो कर दिया लेकिन भाजपा में वर्तमान परिवेश पर गौर करें तो अंतर्कलह चरम पर दिखाई दे रहे है जिसका सीधा सीधा लाभ कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों को होने वाला है। खैर यह तो चुनाव परिणाम के बाद ही सिद्ध हो पायेगा की पार्टी के कार्यप्रणाली से कार्यकर्ता कितने संतुष्ट रहे। कुलमिलाकर विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए नाक का सवाल बनकर रह गया है।

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