पहली बार चुनावी मैदान में जोगी कांग्रेस और 35, 55 का आंकड़ा,जोगी की माया न जाने कोय

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रायपुर ,छत्तीसगढ़ में अजीत जोगी की पार्टी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस को मायावती के नेतृत्व वाली बसपा का साथ मिलने से राजनीतिक माहौल गरमा गया है छत्तीसगढ़ में जोगी  कांग्रेस पहली बार चुनाव मैदान में होगी वहीं अनुसूचित जाति वर्ग में  गहरी पैठ रखने वाली बसपा का साथ मिलने से त्रिकोणीय संघर्ष की स्थिति निर्मित हो गई है भाजपा और कांग्रेस के बीच 1% का भी मतों में अंतर नहीं है इसके बावजूद भाजपा पिछले तीन चुनाव में लगभग 10 सीट के अंतर से सत्ता पर काबिज है 2003 के चुनाव में लगभग 4:30 प्रतिशत मत प्राप्त हुए 2008 में 6:30 प्रतिशत और फिर पिछले 2013 विधानसभा चुनाव में बसपा को लगभग साढे 4 प्रतिशत मत प्राप्त हुए । जोगी कांग्रेस से हाथ मिलाने पर जहां बसपा को फायदा होगा वही जोगी कांग्रेस को भी लाभ होगा बसपा का वोटिंग प्रतिशत निश्चित रूप से बढ़ेगा वह जोगी कांग्रेस को मैदानी इलाकों में बसपा के मतदाताओं का समर्थन मिलने से अच्छी सफलता की उम्मीद है माना जाता है कि कांग्रेस  बसपा को अपेक्षित संख्या में सीट नहीं दे रही थी जिसके चलते बसपा का झुकाव जोगी कांग्रेस की ओर हुआ अब 35 सीटों पर बसपा और 55 सीटों पर जोगी कांग्रेस मैदान में होगी चुनाव जीतने की स्थिति में अजीत जोगी मुख्यमंत्री होंगे इधर यह भी तय है कि भाजपा चौथी बार सत्ता में आई तो वर्तमान मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह मुख्यमंत्री होंगे वहीं कांग्रेस में अभी पत्ते नहीं खोले हैं चुनाव के बाद मुख्यमंत्री विधायक दल द्वारा तय किए जाने की बात की जा रही है अजीत जोगी के कारण हो रहे नुकसान के चलते कांग्रेस में उन्हें बाहर किया 2003 में जब मुख्यमंत्री अजीत जोगी थे तब उनका विरोध कर भाजपा सत्ता में आई उसके बाद विद्या चरण शुक्ला की पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मैदान में होने से जो कुछ कांग्रेश को नुकसान हुआ उसका लाभ भाजपा को मिला अब जब अजीत जोगी बाहर हैं तब भी वह कांग्रेस के लिए खतरा बने हुए हैं अनुसूचित जाति कि 10 में से 9 सीटों पर भाजपा के विधायक हैं अब जोगी और मायावती की ताकत यदि कारगर साबित हुई तो इन सीटों पर भाजपा को नुकसान उठाना पड़ेगा अनुसूचित जाति बहुल जांजगीर चांपा सारंगढ़ क्षेत्र में बसपा शायद ही जोगी को सीट दे ऐसी स्थिति में अनुसूचित जाति में बेड बनाने का अवसर जोगी कांग्रेस को नहीं मिल पाएगा मैदानी इलाकों में इस वर्ग अकाउंट यदि जोगी कांग्रेस को मिलता है तो नुकसान अपेक्षाकृत कांग्रेश को ज्यादा होने की संभावना है कुल मिलाकर इस गठबंधन से फिर हाल भाजपा को लाभ मिलने का आसार दिख रहा है और भाजपाई नेताओं के चेहरे पर मुस्कान लौट आइए चौथी पारी और उन्हें चेहरों को मैदान में उतारे जाने की संभावना को देखते हुए जो निराशा और नकारात्मक वातावरण भाजपा के खिलाफ बन गया था उसमें कुछ सुधार की उम्मीद की जा रही है आज राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष अमित शाह छत्तीसगढ़ में है और उनकी उपस्थिति में पूरी राजनीतिक परिस्थितियों पर चर्चा होगी कांग्रेस और भाजपा को नए सिरे से रणनीति बनाने की आवश्यकता होगी उत्तर प्रदेश के दमदार नेता अंग्रेज के प्रदेश प्रभारी पुनिया का संबंध मायावती से बेहतर होने के कारण कांग्रेस  और बसपा के बीच समझौता की आशा की जा रही थी किंतु मायावती की लालशा  अधिक सीट की मांग के कारण स्थानीय कांग्रेसी नेता इसके लिए राजी नहीं हुए बसपा को राष्ट्रीय पार्टी बने रहने के लिए अपने वोटिंग प्रतिशत को बढ़ाने की आवश्यकता है इसके लिए 35 सीटों पर चुनाव लड़कर जोगी कांग्रेस से समझौता उनके लिए एक बेहतर विकल्प के रूप में सामने आया है।

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