श्रमवीरों की खुशहाली के लिए सरकार वचनबद्ध : डॉ. रमन सिंह

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रायपुर,छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने कल एक मई को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस (मई दिवस) पर सभी मेहनतकशों को हार्दिक बधाई दी है। डॉ. सिंह ने छत्तीसगढ़ के लाखों श्रमवीरों की सामाजिक-आर्थिक बेहतरी और खुशहाली के लिए अपनी सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुए सभी श्रमिकों को सुखमय और उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
मुख्यमंत्री ने मई दिवस की पूर्व संध्या पर आज यहां जारी शुभकामना संदेश में कहा है कि दुनिया के किसी भी देश अथवा राज्य की तरक्की और जनता की खुशहाली में श्रमवीरों का सबसे बड़ा योगदान होता है। श्रमवीरों के पसीने से ही खेत लहलहाते हैं, कारखानों में जनता की सुख सुविधा की वस्तुएं बनती हैं, यातायात के लिए लम्बी- चौड़ी सड़कें बनती हैं, रेलमार्ग बनते हैं, ऊंचे-ऊंचे भवन बनते हैं। उन्होंने कहा- इस बात को ध्यान में रखकर छत्तीसगढ़ सरकार ने भी राज्य के लाखों मेहनतकश मजदूरों की सामाजिक- आर्थिक बेहतरी के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। विगत चौदह वर्षों में उनके लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गयी हैं। डॉ. सिंह ने कहा- इस वर्ष से हमने तेंदूपत्ता श्रमिकों की मजदूरी प्रति मानक बोरा 1800 रुपए से बढ़ाकर ढाई हजार रुपए कर दी है, जो देश के किसी भी राज्य की तुलना में सबसे ज्यादा है।
मुख्यमंत्री ने कहा- असंगठित क्षेत्रों के श्रमिकों के लिए राज्य शासन द्वारा श्रम विभाग के अंतर्गत वर्ष 2008 में गठित भवन एवम अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल द्वारा भवन निर्माण गतिविधियों में काम कर रहे लगभग तेरह लाख श्रमिकों का पंजीयन किया गया है। उनके लिए निःशुल्क साइकिल और सिलाई मशीन सहित विभिन्न योजनाओं का संचालन सफलता पूर्वक किया जा रहा है। इस मंडल में लगभग 60 प्रकार के कार्यों में लगे श्रमिकों को भवन एवं निर्माण श्रमिक के रूप में अधिसूचित करते हुए उनके कल्याण के लिए 26 प्रकार की योजनाएं चलायी जा रही हैं। नाई, धोबी, सफाई कामगार जैसे 53 प्रकार के श्रमजीवी वर्गों के लिए वर्ष 2011 में असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल का गठन करते हुए नौ लाख 20 हजार श्रमिकों का पंजीयन किया गया है। उनके लिए 29 प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मण्डल द्वारा संगठित क्षेत्र के औद्योगिक श्रमिकों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। शहरों में हर दिन काम की तलाश में आने वाले मजदूरों के लिए श्रमिक बहुल स्थानों पर दीनदयाल श्रम अन्न सहायता योजना के प्रथम चरण की भी शुरुआत हो गयी है। इस योजना के तहत उन्हें सिर्फ पांच रूपए में गर्म और पौष्टिक भोजन दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा- छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा संचालित श्रमिक हितैषी योजनाओं से राज्य के मेहनतकश तबकों के जीवन में आ रहा सकारात्मक परिवर्तन साफ देखा जा सकता है। डॉ. सिंह ने श्रमिकों की उन्नति के लिए अपनी सरकार की वचनबद्धता को

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