जलजीवन मिशन संचालक एस. प्रकाश ने इंटकवेल का किया अवलोकन

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रायपुर।लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार के मार्गदर्शन में ग्रामीण अंचलों में शुद्ध पेयजल व्यवस्था का सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप राज्य के ग्रामीण अंचलों में बेहतर पेयजल व्यवस्था के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में दुर्ग जिले के अमलेश्वर सहित निकटवर्ती 17 गाँवों को शीघ्र ही समूह नलजल योजना से शुद्ध जल मिलेगा। इसके लिए इंटकवेल आदि के लिए साइट फाइनल कर ली गई है। जलजीवन मिशन के संचालक श्री एस. प्रकाश द्वारा आज साइट का अवलोकन किया गया। उन्होंने साइट देखी और सरपंच तथा जनप्रतिनिधियों से विस्तृत चर्चा की।

श्री प्रकाश ने कहा कि शीघ्र ही इन गांवों में इंटकवेल और पाइपलाइन आदि बिछाने का कार्य शुरू हो जाएगा। इसके माध्यम से नदी के जल को पूरी तरह शुद्ध कर लोगों के घरों तक पहुँचाया जाएगा। यह कार्य जलजीवन मिशन के माध्यम से होना है। मिशन का उद्देश्य शुद्ध पेयजल के साथ ही जरूरत के मुताबिक पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करना है। इस अवसर पर श्री एस. प्रकाश ने बताया कि सभी सरपंच और ग्रामवासियों ने इस कार्य में अपनी पूरी सहभागिता निभाने की बात कही है। स्वच्छ पेयजल हर घर में उपलब्ध होने से ग्रामीण इस योजना को लेकर बहुत उत्साहित हैं और ग्रामीणों की ओर से पूरा सहयोग किया जाएगा।

इसी कड़ी में श्री प्रकाश जल जीवन मिशन के कार्याें की प्रगति देखने ग्राम फुंडा भी पहुँचे। यहाँ जलजीवन मिशन के अंतर्गत रेट्रोफिटिंग का कार्य हो रहा है। जलजीवन मिशन के अंतर्गत रेट्रोफिटिंग में ऐसे कार्य शामिल हैं जिनके माध्यम से पहले से कार्य कर रही नलजल योजनाओं को विस्तारित करना होता है। उदाहरण के लिए कोई ऐसा गाँव है जहाँ पहले से शुद्ध पेयजल के लिए कोई समूह नलजल योजना कार्य कर रही है लेकिन यहाँ परिवारों की संख्या बढ़ गई और उसके मुताबिक शुद्ध पेयजल की जरूरत पड़ी तो इसके लिए पाइपलाइन विस्तार का कार्य किया जाता है। श्री प्रकाश ने निकुम और चंदखुरी में भी जलजीवन मिशन के अंतर्गत हो रहे कार्यों को भी देखा और गांवों के जनप्रतिनिधियों से भी चर्चा की।

इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के प्रमुख अभियंता श्री टीजी कोसरिया, मुख्य अभियंता और अतिरिक्त मिशन संचालक श्री एके साहू, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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