राजनांदगांव में पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री टी एस सिंहदेव ने किया गौशाला का उद्घाटन और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र का शिलान्यास
वैश्य वर्ल्ड फाउंडेशन (पंजी.) एवं नैचरोपैथी शिक्षा सोसायटी, छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में हुआ है गौशाला निर्माण
राजनांदगांव : आज पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी एस सिंहदेव ने ग्राम पचपेड़ी, बघेरा पहुँचकर वैश्य वर्ल्ड फाउंडेशन (पंजी.) के तत्वावधान में वैश्य वेल्फेयर गौशाला एवं नैचरोपैथी शिक्षा सोसायटी, छत्तीसगढ़ द्वारा आयोजित स्व. संतोष अग्रवाल की स्मृति कार्यक्रम में नवनिर्मित गौशाला का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने गौसदन भ्रमण कर गायों को गुड़ खिलाया और साथ ही प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र का शिलान्यास भी किया।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी एस सिंहदेव ने सभा मे उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को प्राथमिकता देने की दिशा में निरंतर योजना बनाकर कार्य कर रही है, इस बारे में उन्होंने “नरवा-गरवा-घुरवा-बाड़ी” का उल्लेख करते हुए ग्रामवासियों को बताया कि शासन नरवा के अंतर्गत प्रयास कर रही है कि हम पहले चरण में सभी 11,664 पंचायतों और दूसरे चरण में सभी 20 हज़ार गांव में जल संवर्धन को सुनिश्चित करें जिससे कि वर्षा का जल संचय हो सके और व्यर्थ बर्बाद न हो। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने 30 हज़ार छोटे नदी-नालों को चिन्हांकित किया है, जहाँ जल रोककर उसका उचित उपयोग करना है। पंचायत मंत्री श्री टी एस सिंहदेव ने आगे गरवा अंतर्गत गोठान और गोबरधन जैसी योजनाओं का उल्लेख किया। इसके साथ ही घरूआ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि गोबर खाद के प्रति सरकार नई योजनाएं सुनिश्चित कर रही है जिससे ग्रामीण अंचलों में इस योजना से जुड़े लोगों को आर्थिक लाभ मिल सके।
पंचायत मंत्री श्री टी एस सिंहदेव ने कहा कि हमारा प्रयास है कि हर गांव में कम से कम 5 महिला स्व सहायता समूह गोठान से जुड़ें और वर्मी कम्पोस्ट, मुर्गी-बकरी-बटेर पालन जैसे कार्यों को आगे बढ़ाकर आर्थिक रूप से सक्षम हो सकें। उन्होंने कहा कि वर्मी कम्पोस्ट के लिए 10 रुपये प्रतिकिलो का मूल्य न्यूनतम है इसके ऊपर बेचने पर कहीं कोई पाबंदी नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने राशन कार्ड पर चर्चा करते हुए कहा कि राशन कार्ड से 35 किलो चावल तो निर्धारित है इसके साथ ही 1 रुपये किलो वाले राशन कार्ड पर 5 लाख तक और 10 रुपये किलो वाले राशन कार्ड पर 50 हज़ार तक का इलाज मुफ्त मिलता है, इसके साथ ही 14 बड़ी बीमारियों के लिए 20 लाख तक का इलाज भी शासन ने निर्धारित किया है। जिससे अब किसी भी हालत में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को जेवर, बर्तन, ज़मीन गिरवी रखने की जरूरत न हो। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इन 14 गंभीर बीमारियों का दायरा बढ़ाने की दिशा में भी कार्य कर रही है।