कोरोना टीके के प्रतिकूल प्रभाव से निपटने बनेगी एईएफआई कमेटी की रणनीति 28 को
बेमेतरा, 26 दिसंबर 2020। कोरोना टीकाकरण के बाद के प्रतिकूल प्रभाव से निपटने के लिए भी डॉक्टरों की टीम तैयार की जा रही है। एडवर्स इवेंट्स फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन ( एईएफआई) के प्रबंधन के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार जिला स्तर पर टीमों का गठन किया जा रहा है। इसको लेकर जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि कोरोना वायरस वैक्सीन से संबंधित दुष्प्रभावों से निपटने की व्यवस्था भी रखनी होगी। कोविड-19 के टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटनाओं से निपटने के लिए सही रिपोर्टिंग और समय पर सूचना देने की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। टीकाकरण निगरानी प्रणाली में बूथ स्तर से सूचना तंत्र विकसित किया जा रहा है। इसके लिए एईएफआई कमेटी की बैठक सीएमएचओ कार्यालय में सोमवार को दोपहर एक बजे से रखी गई है।
सीएमएचओ डॉ . एस के शर्मा ने बताया, कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने के लिए टीकाकरण एक प्रभावी माध्यम है। कोविड-19 से बचाव के लिए आगामी महीने से व्यापाक स्तर पर टीके लगाये जाने की संभावनाओं के साथ ही प्रथम चरण की तैयारी की जा रही है। ऐसे में वैक्सीन का दुष्प्रभाव कुछ लोगों में संभव है। इन वजह से अन्य लोगों में कोई दुष्प्रचार न हो, इसके लिए मजबूत निगरानी और प्रबंधन तंत्र जरूरी है। ताकि, आम लोगों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न न हो। टीकाकरण के बाद के प्रतिकूल प्रभाव से निपटने विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम बनाई गई है। जिले में सरकारी व निजी विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं भी ली जा रही है। जिला स्तरीय एईएफआई कमेटी में सीएमएचओ, जिला टीकाकरण अधिकारी, एमडी मेडीसीन, एमडी स्त्रीरोग व अन्य रोगों के विशेषज्ञों को भी शामिल किया गया है।
टीम के द्वारा टीका लगने के बाद 30 मिनट तक किसी तरह के प्रतिकूल प्रभाव होने पर संबंधित टीका सत्र प्रभारी के माध्यम से सूचना मिलने पर तत्काल एम्बुलेंस की सहायता से जिला अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम द्वारा निगरानी की जाएगी कि वैक्सीन किस वजह से प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। इसकी रिपोर्ट स्टेट कार्यालय को भेजी जायेगी।
डॉ. शर्मा ने बताया, “अन्य नियमित टीकाकरण की तरह कोविड-19 टीकाकरण के बाद भी बुखार, सूजन एवं एलर्जी जैसे-छोटे साइड इफेक्ट हो सकते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए टीकाकरण सत्रों पर लोगों को किसी भी तरह की आपातकालीन सेवा मुहैया कराने के लिए एम्बुलेंस की भी सुविधा उपलब्ध रहेगी। साथ ही टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा लोगों को जागरूक भी किया जाएगा। ताकि, टीकाकरण को लेकर लोगों के मन में किसी भी तरह की भ्रांति न रहे।“
इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस की टीम रहेगी एक्टिव
कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए जिला व ब्लॉक स्तर पर इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम (आईडीएसपी) की टीम एक्टिव रहेगी। टीकाकरण स्थल से लेकर कोल्ड चैन सहित महामारी से निपटने के लिए निगरानी में तैनात स्वास्थ्य अमला फील्ड स्तर की रिपार्ट प्रतिदिन सीएमएचओ कार्यालय व नोडल अधिकारी को सौंपेंगे।
कोल्ड चैन पाइंट के नजदीक होगा टीकाकरण स्थल
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ शरद कोहाड़े ने बताया, “कोरोना वायरस को मात देने के लिए प्रथम चरण पर सरकारी व प्राइवेट हेल्थ वर्करों जिनकी तादाद 5,126 को वैक्सीन दी जाएगी। जिले में टीकाकरण के लिए 26 वैक्सीन कोल्ड चैन पाइंट बनाए गए हैं। ऐसे स्कूल व सार्वजिनक भवनों को टीकाकरण स्थल बनाया जाएगा जहां से कोल्ड चैन पाइंट नजदीक हो। कलेक्टर ने टीकाकरण स्थल के चयन को लेकर ब्लॉक चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। सोमवार से कलेक्टर द्वारा कोल्ड चैन पाइंट और टीकाकरण स्थल का निरीक्षण करने के लिए जिले में दौरा किया जाएगा। टीकाकरण की तैयारियों में वैक्सीन का टेम्प्रेचर मैंनटेन करने से लेकर टीकाकरण सत्र के लिए 5 सदस्यीय टीम और पर्याप्त कमरों वाले भवनों को प्राथमिकता में रखा जाएगा। ताकि तीन कमरों वाले टीकाकरण स्थल में जांच कक्ष, वेटिंग कक्ष, टीकाकरण कक्ष और बिजली, पानी, पंखे, शौचालय की भी सुविधाएं होनी जरुरी है। हर टीकाकरण स्थल पर 5 सदस्यीय टीम तैनात रहेगी। जिनमें एक वैक्सीनेटर, 2 सपोर्ट स्टाफ, एक सुरक्षाकर्मी और एक कर्मचारी फ्रंटलाइन वर्करों के दस्तावेज वेरिफाई करने के लिए तैनात होगा।
जिला व ब्लॉक स्तर पर बनेंगे कंट्रोल रुम
जिले में कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए जिला प्रशासन ने 20 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र , 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, एक जिला व सिविल अस्पताल सहित कुल 26 वैक्सीनेशन साइट यानी टीकाकरण स्थल को चिन्हित किया है। प्रथम चरण में इन्हीं साइट्स पर फ्रंटलाइन हेल्थ वर्करों को कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। इसके अलावा वैक्सीनेशन प्रक्रिया की निगरानी के लिए जिला व ब्लॉक स्तर पर कंट्रोल रूम भी बनाए जाएंगे। सभी ब्लॉकों के ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर को ऑनलाइन ट्रेनिंग दी गयी है इसके लिए जिला नोडल अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर संदीप ठाकुर के मार्गदर्शन में कोविड-19 के टीकाकरण को लेकर एक कार्यशाला का आयोजित की गयी थी। कार्यशाला में क्षेत्र के समस्त स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, आरएचओ महिला एवं पुरुष एएनएम सम्मिलित हुई । कार्यशाला में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.शरद कोहाड़े द्वारा कोविड-19 वैक्सीनेशन की जानकारी प्रतिभागियों को पीपीटी के माध्यम से दी गई ।