चैनलिंक फेंसिंग तार का निर्माण कर आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर भैरमगढ़ की महिला समूह
ग्राम पंचायतों तथा किसानों को कर रही हैं फेंसिंग तार की आपूर्ति
रायपुर, 19 नवम्बर 2020/ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी बीजापुर जिले के भैरमगढ़ की भोलेबाबा महिला स्व-सहायता समूह एवं पार्वती महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएं चैनलिंक फेंसिंग तार निर्माण कर आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो रही हैं। बीते दो महीने में इन दोनों महिला समूहों की महिलाओं ने प्रशिक्षण लेकर चैनलिंक फेंसिंग तार बनाने की हरेक बारीकियों को सीखा और अपनी बचत राशि एक लाख 15 हजार रुपए की मशीन क्रय किया। वहीं चैनलिंक फेंसिंग तार निर्माण के लिए 53 हजार रुपए का तार खरीदा। इससे चैनलिंक फेंसिंग तार बनाने का काम शुरू किया। इन दोनों महिला समूहों ने अभी हाल ही में 65 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से 65 हजार 300 रूपए का 10 क्विंटल 20 किलोग्राम चैनलिंक फेंसिंग तार का विक्रय ग्राम पंचायतों तथा किसानों को किया है। वहीं 5 क्विंटल 28 किलोग्राम चैनलिंक फेंसिंग तार की डिमांड पूरा करने में जुटी हैं।
भोलेबाबा महिला समूह की कलावती और सावित्री बताती हैं कि शुरूआत में यह काम थोड़ा मुश्किल लगा, लेकिन खेती-किसानी कार्य से जुड़े होने के कारण इस कार्य को सीखने तथा करने में आसानी हुई। चैनलिंक फेंसिंग तार निर्माण के कार्य में भोलेबाबा महिला समूह के साथ सहभागिता निभाने वाली पार्वती महिला समूह की अनिता एवं सुखदई बताती हैं कि इस कार्य को शुरू करने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के सामुदायिक निवेश कोष से दोनों महिला समूह को एक-एक लाख रूपए की सहायता दी गयी है। जिससे काम में आसानी हुई। इन दोनों महिलाओं ने बताया कि अभी उत्पादन का प्रारंभिक दौर है, इसे ध्यान रखते हुए मांग के अनुरूप उत्पादन कर रहे हैं। महिला समूहों के द्वारा तैयार चैनलिंक फेंसिंग तार को ग्राम पंचायतों द्वारा गौठानों में फेंसिंग के लिए क्रय किया जा रहा है। किसानों द्वारा अपनी फसल की सुरक्षा हेतु फेंसिंग करने चैनलिंक फेंसिंग तार खरीदा जा रहा है।