उत्तर प्रदेश सरकार ने एसआईटी का गठन तो किया,पर क्या इस एसआईटी के पास वो पावर है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को बुला सकें य पूंछताछ कर सके: फूलों देवी नेताम
बिना परिवार की सहमति के शव को जबरन जला दिया, तथ्यों को दबा दिया गया, परिवार से अंतिम संस्कार का अधिकार तक छीन लिया, ये कैसी क्रूरता है? – फूलों देवी नेताम
रायपुर/1 अक्टूबर 2020। राज्य सभा सांसद एवं महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलों देवी नेताम ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुये कहा है कि सुबह-सुबह ढाई बजे, जिस तरह से उत्तर प्रदेश की सरकार ने हाथरस की बेटी के साथ अन्याय किया है। अगर वहाँ उसी परिवार को और हाथरस की बेटी को न्याय देना है, उसे देखते थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा प्रधानमंत्री को मांगना चाहिए।
राज्य सभा सांसद एवं महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलों देवी नेताम ने कहा है कि उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री का ट्वीट आया, उन्होंने एसआईटी का गठन किया, क्या इस एसआईटी के पास वो पावर है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को बुलाया जाए उस एसआईटी में? आज अपराधियों की गिरफ्तारी तो हुई लेकिन अब मुख्यमंत्री को एसआईटी के सामने जवाब देना चाहिए कि जिस बच्ची का इस तरह से बलात्कार हुआ, जिसकी रीढ़ की हड्डी टूटी, जिसकी जीभ को काट कर फेंक दिया गया,उस बच्ची को पहले डिस्ट्रिक्ट अस्पताल में रखा,उसको फिर अलीगढ़ के एक अस्पताल में रखा। 8 दिन एक नार्मल वार्ड में रखा और सफदरजंग अस्पताल तब पहुंचाया जब उसका अंतिम वक्त आ चुका था। इसका दायित्व कौन लेगा? इसका दायित्व, इसकी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लेनी चाहिए।
एसआईटी काफी नहीं है, फास्ट ट्रैक कोर्ट काफी नहीं है, सिर्फ अरेस्ट काफी नहीं है, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को जवाब देना चाहिए कि 8 दिन तक एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की?
जवाब देना चाहिए कि आपने 6 दिन नोर्मल वार्ड में आपने उस बच्ची को क्यों रखा और सबसे बड़ा सवाल कि जब उस बच्ची ने अपनी आखिरी सांस ली, रात के अंधेरे में उस बच्ची को एंबुलेंस में डालकर उसके गांव लेकर गए और रात मे ही अंतिम संस्कार क्यों किया? इसकी जांच कौन करेगा? बलात्कारियों की जांच एसआईटी करेगी, पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की इस निर्दयता और मुख्यमंत्री के इस षड़यंत्र की जांच कौन करेगा, प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिये ?
राज्य सभा सांसद एवं महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलों देवी नेताम ने कहा है कि सुशासन की बात करने के मुख्यमंत्री के रहते, जो आज एक बच्ची का क्रियाकर्म हुआ, किसी रीति रिवाज को नहीं माना गया, ढाई बजे रात को जिस तरह से किया गया। भाजपा की उत्तर प्रदेश की सरकार क्या छुपा रही हैं? आपकी नाकामी आज साबित नहीं हुई, जबसे आप मुख्यमंत्री के पद पर बैठे हैं, तब से आपकी नाकामी बार-बार साबित हुई है, पर जो कल या आज सुबह हाथरस की बेटी के साथ किया गया, आपने हर हद को पार किया, हर सीमा को पार किया।
महिला कांग्रेस मांग करती है कि एक ही तरीका है इस मामले में न्याय करने का कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को अपनी गद्दी छोड़नी चाहिए। नरेन्द्र मोदी जी का नारा था बेटी बचाओ का नारा , आज देश के बेटियाँ असुरक्षित है और आप इस पर मौन है । देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी हैं, जो सिर्फ झूठे भाषण देते हैं और एक निकम्मे मुख्यमंत्री को उत्तर प्रदेश में बिठा रखा है।