हेमलता पटेल की कोरोना महामारी जारी किया जागरूकता संदेश वाली कविता
विश्व के सैकड़ो देश में, फैल चुका है कोरोना।
सर पकड़ कर सब बैठे है, अब आगे क्या है होना।।
बंगला महल ये नही देखते, न ही देखते घर को।
अमीर गरीब को नही तौलते, न ही बाबू अफसर को।।
कैसी ये संकट आन पड़ी है, सब इससे घबराये है।
अपने को ही आज कोई, यहाँ छुने से कतराये है।।
अपने करतब देख लो मानव, कैसा प्रपंच तुम खेले हो।
बेबस लाचार जीवो को, मौत के मुह ढ़केले हो।।
उसी का प्रमाण है जो आज, सभी को भुगतना पड़ रहा है।
हर एक मानव बेबस होकर, मौत के आगे लड़ रहा है।।
कोरोना जैसे महामारी से, बचना है तो अब जागो।
शुद्ध शाकाहारी अपनाकर के, सब मांसाहार को त्यागो।।
कैसी ये विपदा आई, कोई नही समझ पाई ।
गिन रहे है अब जीवन की, एक-एक सांस पाई-पाई।।
एक दूजे से दूर रहकर, एक दुजे की सुरक्षा करना है।।
अदृश्य करते वार दुश्मन से, घरों में रहकर हमें अब लड़ना है।।
सावधान रहो सचेत रहो, संपर्क में किसी के नही आना है।
हाथ जोड़ो नमस्कार करो, किसी से हाथ नही मिलाना है।।
आई इस वायरस ने, अवगत करा दी हमें कई बातों से।
भूली बिसरी संस्कृति और, सनातन धर्म की बातों से।।