रायपुर 19 अगस्त 2020 छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ शंकर दयाल शर्मा की जयंती पर उन्हें याद कर नमन करते हुये कहा कि स्वतंत्र भारत के नौंवे राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा मध्यप्रदेश भोपाल शहर के रहने वाले थे। वे एक स्कॉलर भी थे, जिनके पास बहुत अच्छी शैक्षिक योग्यता भी रही है. वे एक महान पत्रकार भी थे, जिन्होंने साहित्य, इतिहास आदि अनेकों विषय में लिखा था, साथ ही शंकर दयाल जी स्वतंत्रता की लड़ाई में भी सक्रीय रहे. देश के राजनेता होने के नाते इन्होने शिक्षा, कानून व लोक निर्माण के लिए अनेकों कार्य किये. राष्ट्रपति बनने से पहले इन्होने देश के दूसरे बड़े पदों को भी सुशोभित किया।
1942 में महात्मा गाँधी द्वारा चले गए “भारत छोड़ो आन्दोलन”में डॉ शंकर दयाल जी की महत्वपूर्ण भूमिका थी.
1956 से 1971 तक डॉ शंकर दयाल शर्मा जी मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे. इन सालों के अंदर कांग्रेस पार्टी के नेता के तौर पर डॉ शंकर दयाल जी ने पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमति इंदिरा गाँधी जी के सहयोगी भी रहे। 1959 में जब करांची में प्राइमरी व सेकेंडरी शिक्षा के लिए यूनेस्को (UNESCO) की बैठक हुई, तब डॉ शंकर दयाल जी ने ही भारत की तरफ से प्रतिनिधित्व किया था।