छत्तीसगढ़ छात्र संगठन जोगी ने सृष्टि नर्सिंग काॅलेज का घेराव कर संचालक के खिलाफ कराई एफआईआर
JOGI EXPRESS
रायपुर ,सीएसयू जे के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू के नेतृत्व में सृष्टि नर्सिंग काॅलेज का घेराव करने दर्जनों छात्र छात्राएं सीटी आॅफिस पहंुचे। आॅफिस पहुंचते ही ज्ञात हुआ की वहां आॅफिस प्रबंधन नदारत है जिससे छात्र-छात्राएं उग्र हो गये और काॅलेज प्रषासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सीटी आॅफिस पर ताला जड़ दिया। वहां मौजूद रमनिया पुलिस द्वारा छात्र-छात्राओं को खदेड़ने का प्रयास किया गया लेकिन आक्रोशित छात्र छात्राओं के सामने रमनिया पुलिस की कुछ न चली और रमनिया पुलिस सभी छात्रा-छात्राओं को समझाते हुए मौदाहापारा थाने ले गयी जहां छात्रों ने काॅलेज प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
सृष्टि नर्सिंग काॅलेज जो कि अभनपुर भरेंगाभांठा में स्थित है वहां सैकड़ो छात्राओं को जो काॅलेज प्रशासन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने आ रही थी उन्हें काॅलेज परिषर में ही बंधक बनाकर रखा गया एवं काॅलेज प्रशासन द्वारा छात्राओं के परिजनो को फोन कर यह धमकी दी जा रही है कि ‘‘ आपके बच्चों का भविष्य हमारे हाथों में है आप विरोध करके हमारा कुछ नहीं बिगाड सकोगे लेकिन हम आपके बच्चों का भविष्य एक हस्ताक्षर करके बिगाड़ सकते है’’।
प्रदीप साहू ने कहा कि काॅलेज प्रशासन के द्वारा छात्र-छात्राओं एवं उनके परिजनो पर अनैतिक दबाव बनाया जा रहा है और यह स्थिति एक काॅलेज की ही नहीं वरन प्रदेश के लगभग सभी काॅलेजों की है विश्वविद्यालय प्रशासन से लेकर राज्य सरकार की शासन प्रशासन कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार में लिप्त है इन्हें न तो छत्तीसगढ़ के छात्र छात्राओं से कोई सरोकार है और न ही प्रदेश के किसी नागरिक से है। क्या यही है भाजपा सरकार का सबका साथ सबका विकास?
जिला अध्यक्ष अजय पाल ने कहा कि यदि 48 घंटे के भीतर पुलिस प्रषासन द्वारा एफआईआर पर काॅलेज के संचालको पर कार्यवाही नही की जाती है तो उग्र आंदोलन किया जायेगा जिसकी पुरी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
आयुष प्रभारी नजिब असरफ ने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय का रवैया शुरू से ही छात्र-छात्राओं के प्रति उदासीन रहा है विश्वविद्यालय का किसी भी महाविद्यालय पर कोई नियंत्रण नहीं है।
आज के प्रदर्षन में प्रमुख रूप से प्रदीप साहू, अजय पाल, नजिब असरफ, अमन ठाकुर, पारस साहू, पीयुष दुबे, आकाश मिश्रा, आकाश साहू, जगन्नाथ गोंड़, मुकेश साहू, तरूण मिश्रा, पुस्कर जैन, नौसाद खान, सददाम, मोहन साहू, अरूण देवांगन, अभिनव सिंह सहिंत सैंकड़ो छात्र-छात्राएं मोैजूद थे।