जिले में हुई अनुकूल वर्षा से कृषि कार्य में आई तेजी
अर्जुनी – जिले में 1 जून 2020 से आज दिनांक 10,07,2020 तक 7 मिली मीटर बारिश के साथ कृषि कार्य में भी तेजी आ गई है। साथ ही विभिन्न सहकारी समिति एवं निजी संस्थाओं में रासायनिक खाद का भण्डारण 69 हजार 196 मेट्रिक टन के विरूद्ध 47 हजार 894 मेट्रिन टन का उठाव हो चुका है व बीज का भण्डारण 50 हजार 589 क्विंटल के विरूद्ध 48हजार 385 क्विंटल का उठाव आज तक हो चुका है ।
वर्तमान स्थिति में जिला के सहकारी एवं निजी संस्थानों में पर्याप्त मात्रा में बीज एवं खाद का भण्डारण है। कृषक अपने आवश्यकता अनुसार बीज एवं खाद का उठाव कर सकते है। खरीफ फसलों का क्षेत्राच्छादन लक्ष्य धान 2 लाख 30हजार हेक्टेयर, अरहर, उड़द सहित दलहनी फसलों का रकबा 11 हजार 688 हेक्टेयर तथा तिलहन 2 हजार 700 हेक्टेयर एवं अन्य फसल 3000 हेक्टेयर है। इसके विरूद्ध धान 1 लाख 86 हजार हेक्टेयर, अरहर उड़द सहित दलहनी फसलों का रकबा 8 सौ हेक्टेयर तथा तिलहन 366 हेक्टेयर एवं अन्य फसल 800 हेक्टेयर क्षेत्र में बोआई हो चुकी है। कृषकों को सलाह दिया जाता है कि फसल बुवाई के पूर्व बीजोपचार कर फसल का बुवाई करें, जिन खेतों में पानी भरने से बुवाई नहीं हो पा रहा है, उनमें पानी निकासी की तत्काल व्यवस्था किसान करें।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना मौसम खरीफ वर्ष 2020-21 के लिए शासन द्वारा धान सिंचित के लिए 50 हजार रूपये, धान असिंचित 35हजार रूपये एवं मूंग 15 हजार रूपये बीमांकित राशि निर्धारित किया गया है। जिस हेतु कृषकों को 2 प्रतिशत प्रीमियम दर भुगतान कर एवं अऋणी कृषक बुवाई प्रमाण पत्र के साथ किसी भी बैंक अथवा लोक सेवा केन्द्र के माध्यम से अपने अधिसूचित फसल का बीमा 15.जुलाई तक करा सकते हैं।
ऋणी कृषकों का बीमा जिस बैंक से के.सी.सी. जारी किया जाता है, से किया जावेगा। सभी किसान अपने खेत की मेड़ पर अरहर अवश्य लगावें, जिससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी हो सकता है।कृषकों से अनुरोध है कि जिले में कोविड-19 कोरोना वायरस के कारण सोशल डिस्टेन्श बनाते हुए कृषि कार्य करते समय सावधानी बरते साथ ही साथ समिति एवं निजी संस्थाओं में हैण्डवाश, सेनिटाईजर का उपयोग करते हुए शासन द्वारा दिये गये मार्गदर्शन के अनुरूप खाद- बीज का उठाव करें।