बोरसी “घ” के 52 एकड़ की शासकीय भूमि पर कब्जा,साथ ही अवैध शराब की बिक्री पर ग्रामीणों का हल्ला बोल
शासन द्वारा त्वरित कार्यवाही नही करने पर ग्रामीणों ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
रूपेश कुमार वर्मा(अर्जुनी)
अर्जुनी – भाटापारा विकासखंड के के अंतिम छोर लगभग 20 किमी दुर मे स्थित गांव बोरसी ‘‘घ’’ मे चैकाने वाला मामला सामने आया , अचानक गांव के महिला पुरूष बच्चे सैकड़ो की संख्या मे गांव के सड़को मे रैली के रूप मे निकल पड़े और लोगो को जागरूकता आंदोलन करने लगे , शराब बंद करो , अतिक्रमण हटाओ , चारागाह की मांग जैसे नारे लगने लगे । मामले की जानकारी लेने पर पता चला कि गांव के 52 एकड़ जगह पर 25 से 30 लोगो ने कब्जा कर रखा है , गांव मे शराब ज्यादा बड़े रूप मे अवैध तरिके से बेचा जा रहा है , गांव मे चारागाह जमीन की समस्या बड़े रूप मे है जिसके कारण ग्रामवासी ज्यादा परेशान है जिसकी शिकायत अधिकारीयो से कि जा चुकी है लेकिन कोरोना स्थितियो का बहाना बना कोई कार्यवाही करने आगे नही आते जिसके कारण ग्रामवासीयो मे आक्रोश भरा हुआ है ,
जिनका आज गुस्सा फुटा और रैली के रूप मे इकट्ठे होकर नारे बाजी करते हुए ग्रामीणो को जागरूक करने पुरे गांव का भ्रमण किया और रैली कर अधिकारीयो तक अपनी बात पहॅुचाने की कोशिश की । इस रैली मे ग्राम के सरपंच , उपसरपंच , एवं ग्रामीण जनप्रतिनिधी भी शामिल हुए । बोरसी घ के ग्रामीणो ने बताया कि इसकी शिकायत जिल कलेक्टर , एसडीएम , तहसीलदार सभी को जानकारी दि जा चुकी है लेकिन कोरोना समय चल रहा है कहकार बहाना बना नही पहुचते गांव मे ,
वही अतिक्रमण करने वाले 52 एकड़ के जगह को कब्जा कर रखे है जो वर्तमान मे उस जमीन पर खेती किसानी करने लगा है । वही दुसरी सबसे बड़ी समस्या गांव मे अवैध शराब की बिक्री है जिसके कारण गांव के घर घर मे परिवारीक विवाद और जुर्म होते है जो गांव को बर्बाद कर रहा है । वही जानवरो के लिए चारागाह की भी सबसे बड़ी समस्या है , गांव वाले इस परेशानी से तंग आ चुके है अधिकारी भी बात नही सुनते अगर इसी तरह स्थिति बनी रहे तो उग्र आंदोलन , धरना प्रदर्शन या भुख हड़ताल जैसे कार्यक्रमो को करने के लिए मजबुर रहेंगे,साथ ही शासन द्वारा उचित कार्यवाही नही करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी गई।