कांग्रेस प्रभारी पुनिया को छत्तीसगढ़ प्रवास पर नियमत: क्वारेंटाइन नहीं करने पर भाजपा ने सवाल उठाया
0 प्रदेश सरकार और प्रशासन गाइडलाइन के पालन में राजनीतिक सुविधा से सख़्त और नर्म रुख़ अख़्तियार कर रहा : संजय
0 सत्ता-संघर्ष और अंतर्कलह साधने कांग्रेस नेताओं को जनस्वास्थ्य की सुरक्षा दाँव पर नहीं लगाने दी जा सकती
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने राजधानी और पूरे प्रदेश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मद्देनज़र कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान नियमत: उन्हें क्वारेंटाइन नहीं किए जाने पर सवाल उठाया है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जारी गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर प्रदेश सरकार अपने संगठन प्रभारी पर कार्रवाई कर क्वारेंटाइन करने का नैतिक साहस इसलिए भी नहीं दिखा पा रही है क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद-विधायक समेत कांग्रेस से जुड़े जनप्रतिनिधि व संगठन के लोग ख़ुद ही इस गाइडलाइन का ईमानदारी से पालन नहीं कर रहे हैं और विभिन्न सरकारी बैठकों और सार्वजनिक कार्यक्रमों में वे न तो मास्क पहनते हैं और न ही उनमें सोशल डिस्टेंसिंग का गंभीरता से पालन किया जाता है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पुनिया शनिवार को एकाएक रायपुर पहुँचे। नई दिल्ली और छत्तीसगढ़, दोनों ही राज्यों में कोविड-19 की समस्या काफ़ी गंभीर है। ऐसी स्थिति में नियमत: कांग्रेस प्रभारी को क्वारेंटाइन होना चाहिए था। इस दौरान जिन-जिन लोगों से उनकी मुलाक़ात हुई है, उन्हें भी नियमत: क्वारेंटाइन पीरियड में रखा जाना चाहिए। मुख्यमंत्री का निवास-क्षेत्र तो यूँ भी कंटेनमेंट ज़ोन बनाया गया है और इसलिए इस नियम का पूरी गंभीरता से पालन होना चाहिए था। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश सरकार और प्रशासन कोरोना रोकथाम की गाइडलाइन के पालन को लेकर जिस तरह अपनी राजनीतिक सुविधा के अनुसार सख़्त और नर्म रुख़ अख़्तियार कर रहा है उससे साफ़ हो जाता है कि प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़ में कोरोना की रोकथाम के उपायों को लेकर क़तई गंभीर नहीं है। कांग्रेस नेताओं व प्रदेश सरकार के इस आचरण का प्रदेश में ग़लत संदेश जा रहा है। श्री श्रीवास्तव ने पूछा है कि विधि-निषेध के उल्लंघन पर कार्रवाई किए जाने के कौन-कौन-से प्रावधान हैं?
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस और प्रदेश सरकार में इन दिनों में सत्ता-संघर्ष चरम पर है और इसलिए पिछले डेढ़ साल से प्रदेश के निगम-मंडलों में नियुक्तियाँ लंबित हैं। शनिवार को इसी सिलसिले में कांग्रेस प्रभारी बिना संगठन को सूचना दिए अचानक रायपुर आए जिन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम और कुछ अन्य नेता रिसीव करने एयरपोर्ट भी गए थे। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस और प्रदेश सरकार के लोगों में चल रहे सत्ता-संघर्ष और गुटीय अंतर्कलह को साधने कांग्रेस नेताओं को प्रदेश में विस्फोटक होते जा रहे कोरोना संक्रमण के इस संकटकाल में प्रदेश के जनस्वास्थ्य की सुरक्षा को दाँव पर नहीं लगाने दिया जा सकता।