जन संवाद कार्यक्रम भाजपा नेताओ के बीच खुद को बड़ा बताने की होड़ -कांग्रेस
जन संवाद कार्यक्रम से जनता तो छोड़िये भाजपा के कार्यकर्ता भी नही जुड़ रहे
रायपुर /15 जून 2020। कांग्रेस ने भाजपा के जन संवाद कार्यक्रम को भाजपा के नेताओं के बीच खुद को बड़ा साबित करने की होड़ बताया है । प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा ने अपने कार्यक्रम का नाम जन संवाद नाम दिया है इस कार्यक्रम से जनता तो छोड़िए भाजपा के कार्यकर्ता भी नही जुड़ रहे है ।भाजपा का यह कार्यक्रम रमनसिंह, सरोजपांडेय, विष्णुदेवसाय, धरमलाल कौशिक, बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम के बीच एक दूसरे को पीछा छोड़ स्वयम को भाजपा का सबसे बड़ा नेतृत्व कर्ता साबित करने कार्यक्रम बन चुका है । भाजपा नेता घोषित तौर पर मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक वर्ष पूरे होने पर यह जनसंवाद कार्यक्रम कर रहे है लेकिन बेचारो के साथ दिक्कत यह है कि इनके पास मोदी सरकार के पूरे छह साल के कार्यकाल के बारे में बताने को कुछ नही है । भाजपा नेता जनता से न हर साल 2 करोड़ रोजगार के बारे में कुछ बोल रहे है और न किसानों की आय दुगुनी करने के बारे में कुछ बोल रहे हैं ।भाजपा नेताओ से लोग देश मे बढ़ रहे कोरोना संक्रमण में मोदी सरकार की विफलता के बारे में जानना चाहते है इसमें में भाजपा नेताओं की बोलती बंद है ।
कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा की भाजपा के एक दर्जन नेता मिल कर भी मोदी सरकार के कुल दस काम भी जनता को नही बता पा रहे । सारे के सारे नेता बड़बोला पन दिखा कर अपनी शेखी बघारने में लगे है।
भाजपा ने नेता जनसंवाद कार्यक्रम में राज्य की कांग्रेस सरकार के बारे में जरूर गलत बयानी कर अपनी खुद की जग हसाई करवा रहे हैं ।छत्तीसगढ़ की जनता देख रही है कि किस प्रकार कांग्रेस की सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस के घोषणा पत्र के पचहत्तर फीसदी से ज्यादा वायदे को पूरा किया है ।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि अपने कार्यकाल के बकाया बोनस देने की माग जब रमनसिंह सिंह सार्वजनिक रूप से करते है तब जनता उनसे यह जानना चाहती है कि उन्होंने खुद वादा करके बोनस क्यो नही दिया था ? शराब के बारे में रमन सिंह कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाने के पहले के जनता से पंद्रह साल खुद शराब बेचने के बारे में माफी क्यो नही मांगते ?