विभागीय पदोन्नति हेतु आवश्यक पीपी कोर्स एक माह में पूर्ण करें: डीजीपी
सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखकर प्रशिक्षण उपरांत एक जुलाई से दें पदोन्नति: श्री अवस्थी
रायपुर, डीजीपी श्री डी.एम. अवस्थी ने विभागीय पदोन्नति हेतु आवश्यक पीपी कोर्स की प्रक्रिया आसान करते हुए एक जून से प्रशिक्षण शुरू करने के निर्देश दिए हैं। श्री अवस्थी ने सभी आईजी और एसपी को निर्देश दिए हैं कि नियत 30 दिन में पीपी कोर्स की प्रक्रिया पूर्ण कर एक जुलाई से पदोन्नति प्रदान करना सुनिश्चित करें। उपरोक्त प्रशिक्षण में कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेसिंग एवं अन्य सावधानियों का सम्पूर्ण पालन सुनिश्चित करते हुए यह प्रशिक्षण कराया जाएं।
जारी निर्देश में कहा गया है कि हेड कॉन्स्टेबल से एएसआई और कांस्टेबल से हेड कॉन्स्टेबल पदोन्नति देने के पूर्व 30 दिन का पी.पी. कोर्स आवश्यक है। कोर्स एक जून से प्रारम्भ किया जाएगा तथा 30 जून को परीक्षा पूर्ण करके संबंधित मूल इकाई को वापसी हेतु रवानगी देना सुनिश्चित करें। पी.पी. कोर्स निम्नानुसार संस्थानों में संचालित कराया जायेगा। 1)रायपुर रेंज के लिए- पीटीएस, माना, रायपुर। 2)बिलासपुर रेंज- दूसरी वाहिनी छसबल, सकरी, बिलासपुर। 3) दुर्ग रेंज – पीटीएस, राजनांदगांव। 4) बस्तर रेंज -एपीटीएस, जगदलपुर। 5) सरगुजा रेंज- दसवीं वाहिनी, सिलफिली (सूरजपुर) अथवा पीटीएस, मैनपाट। पुलिस महानिरीक्षक अपने रेंज का पी.पी. कोर्स रेंज में उपलब्ध प्रशिक्षकों के माध्यम से करायेंद्य यह सुनिश्चित करें कि प्रशिक्षण विधिवत और पाठ्यक्रम के अनुसार हो। कोर्स के लिए प्रशनपत्र संबंधित रेंज पुलिस महानिरीक्षक के द्वारा तैयार किया जाएगा एवं उनकी परीक्षा ली जावेगी। आउटडोर एवं इंडोर परीक्षा पूर्ण करने की सम्पूर्ण जिम्मेवारी संबंधित रेंज पुलिस महानिरीक्षक की होगी। पी.पी. कोर्स में जो बल अधिकारी एवं कर्मचारी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है वह बल संबंधित रेंज पुलिस महानिरीक्षक के अधीन रहेगाद्य आकस्मिक आवश्यकता पड़ने पर कानून-व्यवस्था आदि डयूटी के लिए पुलिस महानिरीक्षक उन्हें अपने रेंज में उपयोग कर सकेंगे। आकस्मिक कारणों से जितने दिनों का प्रशिक्षण प्रभावित हो, उतने दिनों के प्रशिक्षण अवधि में वृद्धि करदी जाए। किसी भी स्थिति में प्रशिक्षण में भौतिक रूप से उपस्थित नहीं होने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को पदोन्नति नही दी जाये। पी.पी. कोर्स में भौतिक रूप से उपस्थित होना अनिवार्य है। उक्त प्रक्रिया का पूर्णतः पालन कर प्रशिक्षण सम्पन कराया जाए एवं जुलाई के प्रथम सप्ताह में प्रशिक्षित अधिकारी-कर्मचारियों को पदोन्नति प्रदान की जाये।