प्रत्येक 20 किलोमीटर पर प्रवासी राहगीरों के लिए हाईवे पर खुलेंगे कम्युनिटी किचन
राँची। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी राहगीरों के लिए राज्य की सीमा में हाईवे पर प्रत्येक 20 किलोमीटर पर कम्युनिटी किचन खोलने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कम्युनिटी किचन को जिला प्रशासन के सहयोग से चलाया जाएगा। अभी तक ऐसे कम्युनिटी किचन खोलने के लिए 94 जगह को चिन्हित भी कर लिया गया है। यहां निरूशुल्क भोजन और पानी की व्यवस्था की जाएगी। इन स्थानों पर एकत्रित लोगों को समीप के सुरक्षित शिविर में ले जाया जाएगा ताकि इन्हें वाहन से उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था भी की जा सके। उन्होंने कहा कि झारखंड के साथ.साथ दूसरे राज्य के लोग जो झारखण्ड में फंसे है अथवा झारखंड से गुजर कर अपने राज्य जा रहे है उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचने में भी हमारी सरकार सहायता कर रही है।
झारखंड के लोगों को इंसानियत और सौहार्द का दुनिया के सामने उदाहरण प्रस्तुत करना है
मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने कहा कि विश्व में आए इस महामारी से हो रहे संकट में लोगों को मानवता नहीं खोनी चाहिए। उन्होंने कहा कि झारखंड के लोगों को इंसानियत और सौहार्द का दुनिया के सामने उदाहरण बन्ना चाहिए। झारखंड के बाहर 7 लाख से अधिक झारखंडी मजदूरों के फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई जिनमें से 6 लाख से अधिक मजदूरों के लिए संबंधित राज्य सरकार से सामंजस्य स्थापित कर रहने खाने का प्रबंध कर दिया गया। वही वैसे मजदूर जो वापस झारखंड आना चाहते हैं उनके लिए स्पेशल बसें भेजी जा रही हैं और श्रमिक स्पेशल ट्रेन के माध्यम से भी उन्हें वापस अपने घर लाया जा रहा है। लाखों की संख्या में मजदूरों को अपने घर वापस लाया गया है। वही प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोगों के घर वापसी में सरकार सहायता कर रही है।
दीदी किचन के माध्यम से रोजाना 45 हजार से अधिक लोगों को दो वक्त का भोजन कराया जा रहा
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में व्यापी लॉक डाउन में कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे इसलिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री दाल भात योजना के तहत करोड़ों लोगों को दो वक्त का पका हुआ भोजन परोसा गया है । राज्य सरकार मुख्यमंत्री दीदी किचन योजना के तहत 6432 दीदी किचन के माध्यम से रोजाना 45 हजार से अधिक लोगों को दो वक्त का भोजन कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजाना खबरें सामने आ रहीं है कि मजदूर सड़कों और रेल की पटरियों पर पैदल चल रहेए दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। कोई प्रवासी मजबूरी में झारखंड की सीमा में पैदल चल कर अपने गंतव्य को न जाये उसके लिए हमारी सरकार वाहन की व्यवस्था कर रही है। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति चाहे वह झारखंड का हो या दूसरे राज्य का हमारी सरकार द्वारा हर जरूरतमंद को खाना खिलाया जा रहाए स्वास्थ्य जांच और आराम की व्यवस्था कराकर गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है।