रायगढ़ : जिले से गुजरने वाले लोगों की सकुशल घर वापसी के लिए किये जा रहे हैं इंतेजाम
रायगढ़, कोरोना के संकट के बीच श्रमिकों का अपनी घर वापसी का सिलसिला चल रहा है। जिसे जैसा साधन मिल रहा है वो निकल पड़े हैं अपने गांवों की ओर, इसी उम्मीद मे की जल्द से जल्द अपने घर को पहुँच जाएँ। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने इस कठिन घडी में लोगों की हर संभव सहायता के लिए फैसले ले रहे हैं और निर्देश जारी कर रहे हैं। अन्य राज्यों महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखण्ड और ओडि़सा मे फंसे लोग छत्तीसगढ़ से गुजर कर अपने घरों की ओर जा रहे हैं। जिनके लिए खाने-पीने तथा आवागमन के साधन के समुचित प्रबंध किये जा रहे हैं।
रायगढ़ जिले में कलेक्टर श्री यशवंत कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री संतोष सिंह के मार्गदर्शन में प्रशासनिक अमले के द्वारा ऐसे लोगों की राहत के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। यहाँ फंसे अन्य राज्यों के लोग जो रायगढ़ जिले से होकर गुजर रहे हैं उनके लिए नाश्ते व खाने के साथ पेयजल इंतेजाम किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त उनकी वापसी के लिए उनके गृह राज्यों की सरकार और प्रसाशन से समन्वय कर नि:शुल्क बसों की व्यवस्था कर उन्हें सलामत उनके घरों तक पहुँचाया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले में अन्य जिलों तथा राज्यों से आवाजाही की निगरानी के लिए सीमावर्ती इलाकों मे चेक पोस्ट बनाये गये हैं। रायगढ़ तहसील में ओडि़सा सीमा से लगे हुए महापल्ली में चेक पोस्ट बनाया गया है जहां से अन्तरर्राज्यीय आवाजाही के तहत 596 श्रमिक पहुंचे हैं। जिनके यहाँ पहुँचने के पश्चात स्वास्थ्य परीक्षण करवाया गया। उनके भोजन का प्रबंध कर उनके घरों तक जाने के लिए नि: शुल्क बसों की व्यवस्था की गयी।
इसके साथ ही रायगढ़ से गुजरने वाले अन्य राज्यों के लोगों को भी जिले की सीमा में पहुँचने पर राहत शिविरों मे रुकवाया जा रहा है। यहाँ मुख्यत: झारखण्ड और ओडि़सा की ओर जाने वाले लोग होते हैं। जिनके लिए नि:शुल्क बसों का इंतेजाम कर उनके गृह राज्य वापस भेजा जा रहा है। इसके लिए नया बस स्टैंड छातामुडा को एक्सचेंज पॉइंट बनाया गया है। जहाँ झारखण्ड की ओर से आने वाले छत्तीसगढ़ के श्रमिकों को रिसीव किया जाता है और और यहाँ से झारखण्ड लौटने वाले लोगों को रवाना किया जाता है। अब तक बसों के द्वारा लगभग 2500 लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई। इस दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जारी दिशा निर्देशों का पालन भी किया जा रहा है।
धरमजयगढ़ में 24 घंटे वाला फूड स्टाल
धरमजयगढ़ में प्रशासन द्वारा 24 घंटे कार्यशील फूड स्टाल लगाया हुआ है। जिसके द्वारा गुजरने वाले लोगों को खाने के पैकेट और पेयजल का वितरण किया जा रहा है। इसके लिए एसडीएम द्वारा वितरण के लिए पटवारियों तथा खाना बनाने हेतु आदिवासी छात्रावासों के रसोइयों की अलग-अलग पालियों में ड्यूटी लगाई गई है।
इसके साथ ही लोगों के राहत के लिए व्यवस्था पूरे जिले में बनाई गई है जिसके सुचारू संचालन के लिए प्रशासन के विभिन्न विभाग आपसी समन्वय से टीम बनाकर कार्य कर रहे हैं। श्रमिकों की खाने-पीने से लेकर उनकी वापसी के लिए वाहनों की व्यवस्था के लिए जिला परिवहन अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार व नायब तहसीलदारों की टीम लगातार कार्य कर रही है।
खाने-पीने की व्यवस्था के लिए खाद्य विभाग और नगरीय निकायों की टीम भी कार्यरत है। स्वास्थ्य विभाग लोगों की स्क्रीनिंग कर रहा है। विभिन्न समाजसेवी संगठनों के द्वारा खाद्य सामाग्री और भोजन के रूप मे निरंतर सहयोग प्रदान किया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारीयों द्वारा समय-समय पर चेक पोस्ट का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया जा रहा है और लोगों की राहत के लिए आवश्यक इंतेजाम के निर्देश भी ड्यूटीरत कर्मचारियों को दिए जा रहे हैं।