कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए समुचित प्रबंध करने गृह मंत्री ने दिये निर्देश
क्वांरटीन सेंटरों में भोजन, पानी सहित सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित हों
विडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से बिलासपुर और गरियाबंद जिले के आला अधिकारियों से की चर्चा
रायपुर, 09 मई, 2020/ गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज अपने रायपुर निवास कार्यालय से विडियों कांफ्रेसिंग के जरिये बिलासपुर और गरियाबंद जिले के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत सीईओ, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सहित श्रम, लोक निर्माण, आबकारी एवं नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए जिले में समुचित प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर सरपंच, पटवारी और पंचायत सचिव तीनों के समन्वय से सूचना तंत्र केा और अधिक मजबूत बनाते हुए बाहर से आने वाले श्रमिकों की जानकारी तत्काल संबंधित थाना प्रभारियों और तहसीलदारों को देने के निर्देश दिये। उन्होंने जिले और राज्य की सीमा पर मालवाहक ट्रकों के वाहन चालक, हेल्पर आदि का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद ही प्रवेश की अनुमति देने तथा उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर आदि का विवरण रखने के निर्देश दिये।
गृहमंत्री ने कहा कि दूसरे राज्यों में फंसे श्रमिकों को लाने की व्यवस्था की जा रही है इनके अलावा ऐसे मजदूर जो पंजीकृत नहीं है और पैदल, ट्रकों एवं अन्य साधनों से आ रहे हैं उनकी जानकारी रखें और मानवीय आधार पर जितना अधिक हो सके उनके लिए भोजन, पानी, चिकित्सा आदि की व्यवस्था करने के निर्देश कलेक्टरों को दिये। उन्होंने कलेक्टरों से कहा कि ऐसे अपंजीकृत मजदूर जो ट्रक या अन्य किसी साधन से आ रहे हैं उनसे किराया नहीं लिया जाए, ऐसा सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मजदूरों के आवाजाही से कोरोना बीमारी के बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए कोरोना वायरस के चक्र को तोड़ने के लिए प्रत्येक शनिवार और रविवार को लगभग 55 घंटे पूर्ण लॉकडाउन रहेगा। इस अवधि में सब्जी, दूध, मेडिकल सहित अत्यावश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी सेवाओं पर प्रतिबंध रहेगा तथा लॉकडाउन का कड़ाई से पालन किया जाए। उन्होंने क्वारंटीन सेंटरों को भीड़भाड़ वाले आवासीय क्षेत्र से दूर बनाने के निर्देश दिये।
गृहमंत्री ने कोरोना बीमारी से बचाव के लिए भीड़भाड़ वाले इलाकों, शराब दुकानों, सब्जी बाजार, राशन दुकान आदि सार्वजनिक स्थानों पर फिजिकल डिस्टेशिंग, मास्क, सेनेटाइजर का उपयोग करने के लिए जिला अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने गर्मी के मौसम में पेयजल का समुचित प्रबंध करने, खेती किसानी को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त मात्रा में खाद-बीज की व्यवस्था के साथ ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को ऐसे कार्य जो 75 प्रतिशत पूर्ण हो गये उन्हें पहली प्राथमिकता में पूरी करने, इसके बाद 50 प्रतिशत कार्य हो चुके कार्यों को दूसरी और 25 प्रतिशत कार्य हो चुके कार्यों को तीसरी प्राथमिकता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिये। गृहमंत्री ने दोनों जिलों के कलेक्टरों और पुलिस प्रशासन द्वारा कोरोना नियंत्रण सहित विभिन्न क्षेत्रों में किये गये कार्यों की सराहना की तथा सभी विभागों के जिला अधिकारियों से अपने मातहत कर्मचारियों का हालचाल पूछने और उन्हें प्रोत्साहित करने को भी कहा।
विडियों कांफ्रेसिंग के जरिये कलेक्टर बिलासपुर ने बताया कि लगभग 60 हजार मजदूर जिले से बाहर हैं। इनमें से 40 हजार मजदूरों के वापस आने की संभावना है। इनके लिए जिले में 1066 क्वांरटीन सेंटर बनाये गये हैं जहॉ 14 दिन रखने की व्यवस्था की गई है। इन सेंटरों में पंचायत सचिव, शिक्षकों, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियेा की ड्यूटी लगा दी गई है। कलेक्टर ने बताया कि ट्रेन से आने वाले मजदूरों के लिए स्टेशन पर 2000 मजदूरों के ठहरने की व्यवस्था बनाई गई है जहॉ पर उनके जॉच के बाद पंचायतों के लिए उन्हें रवाना किया जाएगा। कलेक्टर ने बताया कि मनरेगा के तहत पेण्ड्रा जिले को मिलाकर 1.81 लाख मजदूर काम कर रहें है। कार्यस्थल पर मजदूरों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए फिजिकल डिस्टेशिंग, मास्क, सेनेटाइजर तथा हाथ धुलवाने की व्यवस्था की गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जिला चिकित्सालय में कोविड अस्पताल तैयार हो गया है जहा आईसीयू बेड, सेन्ट्रल आक्सीजन सहित पूरी व्यवस्था कर दी गई है।
विडियो कांफ्रेसिंग में कलेक्टर गरियाबंद ने बताया कि उनके जिले मेें विदेश एवं अन्य राज्यों आने वाले व्यक्तियों की संख्या 2038 है। इनमें से 1669 व्यक्तियों का 28 दिन का होम क्वांरटीन पूर्ण हो गया है तथा 369 व्यक्ति होम क्वारंटीन में है। उन्होंने बताया कि उड़ीसा राज्य के सीमा पर लोगों के आने जाने की जॉच पड़ताल के साथ ही लॉकडाउन का पालन कराया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 50 बिस्तर कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है जो अगले एक सप्ताह में तैयार हो जाएगा। गरियाबंद के जिले के श्रम एवं नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों ने कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए किये जा रहे तैयारियों की जानकारी दी।