लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों और विद्यार्थियों की वापसी के लिये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल
बसों के रवाना होते समय कोटा में छत्तीसगढ़ के स्वाभिमानी बच्चों ने लगाये छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया के नारे
भाजपा को प्रदेश की जनता को बताये कि छत्तीसगढ़ के बच्चे एक हफ्ते देर से क्यों आ रहे हैं ?
रायपुर/26 अप्रैल 2020। राजस्थान कोटा से प्रशिक्षण के लिए गये हुए बच्चों के बस से छत्तीसगढ़ के लिए रवाना होने पर संतोष व्यक्त करते हुए कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि बसों के रवाना होते समय कोटा में छत्तीसगढ़ के स्वाभिमानीबच्चों ने छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया के नारे लगाये । भाजपा को प्रदेश की जनता को जवाब देना चाहिए कि छत्तीसगढ़ के बच्चे एक हफ्ते देर से क्यों आ रहे हैं ? केंद्र सरकार ने पहले भाजपा शासित राज्यों को बच्चों को लाने की अनुमति दी अन्यथा छत्तीसगढ़ के बच्चे पहले ही आ जाते। छत्तीसगढ़ की सरकार छत्तीसगढ़ के किसान छत्तीसगढ़ के मजदूर तो भाजपा की केंद्र सरकार की राजनीतिक दुर्भावना का शिकार होते ही रहे हैं लेकिन छत्तीसगढ़ के बच्चों तक के मामले में भाजपा की केंद्र सरकार की यह कार्यवाही बेहद दुखद रही है।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे छत्तीसगढ़ के श्रमिकों और विद्यार्थियों की शीघ्र राज्य में वापसी के लिये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वयं पहल करके केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से 23 अप्रेल को दूरभाष पर चर्चा कर छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूरों और पूरे देश में फंसे विद्यार्थियों की समस्याओं से अवगत कराया और इनकी छत्तीसगढ़ वापसी की बात रखी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राज्य सरकार से इस आशय का विधिवत प्रस्ताव देने को कहने पर मुख्यमंत्री ने 23 अप्रेल को ही तत्काल मुख्य सचिव आर.पी. मंडल को निर्देश देकर केंद्रीय गृह सचिव को इस संबंध में छत्तीसगढ़ सरकार से प्रस्ताव तत्काल 23 अप्रेल को ही भेज दिया।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने कोटा से बच्चों को लाने के लिए बसें भेजी है चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों का दल भेजा है और इस पूरे कार्य की देखरेख करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को भी भेजा गया है। कोटा से बच्चों को लाकर क्वेरेन्टाइन करने की व्यवस्था की गई है। भाजपा द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को श्रेय देने की निम्न स्तरीय राजनीति को खारिज करते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि देर से अनुमति देने के अलावा इस पूरी व्यवस्था में केंद्र सरकार का कोई भी योगदान नहीं है ।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि देश में लॉक डाउन के कारण उपजी परिस्थितियों के कारण अन्य प्रदेशों में कठिनाई में रह रहे सभी छत्तीसगढ़ वसियों और खासकर छात्रों और श्रमिको की शीघ्र सकुशल वापसी के लिये छत्तीसगढ़ सरकार लगातार काम कर रही है।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि खाने कमाने अन्य प्रदेशों में गए हुए छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूर पूरे देश के अन्य प्रवासी मजदूरों की ही तरह बुरी तरह से फंसे हुए हैं । वे बेरोजगार भी हो गए हैं और अपने घरों को लौटना चाहते हैं। गरीब मजदूरों पर सबसे बुरी मार पड़ी है। मजदूरों को खाद्य सुरक्षा और वित्तीय सुरक्षा उपलब्ध कराने की केंद्र सरकार ने अभी तक कोई कार्ययोजना नहीं बनाई।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि मजदूर इस विकट परिस्थिति में केंद्र सरकार द्वारा पहले आवागमन के साधन खासकर देश की जीवन रेखा रेल सेवा को बंद करने और उसके बाद लॉक डाउन करने के केंद्र सरकार के गलत नीतिगत फैसलों के कारण फंसे हैं। प्रवासी मजदूरों की वापसी संबंधी कोई भी कार्य योजना अनेक राज्यों से संबंधित होने के कारण केंद्र सरकार द्वारा ही बनाई जा सकती है। जम्मू से लेकर दक्षिण भारत तक पूरे देश में छत्तीसगढ़ के एक लाख से अधिक प्रवासी मजदूर विभिन्न स्थानों पर हैं जिन्हें राशन चिकित्सा सहायता और आर्थिक सहायता पहुंचाने में छत्तीसगढ़ सरकार लगी हुई है। छत्तीसगढ़ सरकार ने एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की अगुवाई में स्टेट हेल्प डेस्क और राज्य के सभी जिलों में डिस्ट्रिक्ट हेल्प डेस्क का निर्माण किया है जो लगातार मजदूरों को मदद पहुंचाने के भगीरथ काम में लगी हुई है।