आज भी जारी हैं…छत्तीसगढ़ अक्ति में किसानी के नवा बछर में देवी देवताओं को पांच मुट्ठी धान अर्पण करने की परंपरा ।
अर्जुनी/रावन- सिमगा विकासखंड के गौरव ग्राम रावन में अक्षय तृतीया अक्ति में अंचल के किसानों के द्वारा कृषि कार्य हेतू नया बछर की शुरुआत करते हुए रविवार के दिन सुबह से शाम तक अपने खेतों व देवस्थलों में दिखे ग्राम रावन के योग प्रचारक दीपक वर्मा ने अक्षय तृतीया पर्व के विषय मे प्रकाश डालते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में अक्षय तृतीया( अक्ती) के दिन लोग अपनी प्राचीन परंपरा व मान्यताओं को आज भी जीवंत रखे हुए है, आज आज के दिन अचंल के कृषकों द्वारा गांव के शिवमन्दिर, हनुमान मंदिर, महामाया मंदिर,शीतला मंदिर ,बाबा देव धाम और ठाकुर देव सहित प्रमुख देवी-देवताओं को पांच मुठ्ठी धान व दोना में भरकर धान अर्पण किया गया साथ ही घरों में पूजा-अर्चना और खेतों में धुप हवन देकर ईश्वर को अच्छी फसल की कामना की ।
ज्ञात हो कि अक्षय तृतीया जिसे हम अक्ति के रूप में जानते है,जिसमे आज के दिन से ही अंचल में शादी व्याह जैसे मांगलिक, परिणय कार्य का आरंभ हो जाता है ,जिसका बाजार में प्रभाव देखने को मिलता है,जिसके चकते बाजार में भी लोगो की चहल पहल भी खासा देखने को मिलता है।