मशरूम उत्पादन कर महिला स्व सहायता समूह अर्जित कर रहा है मुनाफा
बेमेतरा :एक्सटेंशन रिफाम्र्स (आत्मा) योजनांतर्गत बेमेतरा जिला के विकासखण्ड-नवागढ़ के ग्राम मुरता में जय मां महामाया महिला स्व सहायता समूह द्वारा मशरूम का उत्पादन किया जा रहा है। यह समूह को पूर्व में सही मार्गदर्शन नही मिलने के कारण उत्पादन का विक्रय व स्थिति मे सुधार नही कर पा रहे थे। केन्द्र परिवर्तित आत्मा योजना के बी.टी.एम. द्वारा समय-समय पर प्रशिक्षण एवं सुझाव द्वारा मशरूम उत्पादन की उत्तम तकनीकी जानकारी दिया गया जिसका परिणाम अच्छा रहा।
समूह की महिलाओं को राज्य कृषि मेला में भ्रमण कराया गया जिससे उनके द्वारा मशरूम उत्पादन में वृद्धि हुई। प्रारंभ में उत्पाद को ग्राम में ही बेचा जाता था। बाद में मार्गदर्शन प्राप्त होने पर सदस्यों के द्वारा स्थानीय बाजार में बेचना शुरू किया गया है। वर्तमान में उनके द्वारा उत्पाद की बिक्री से आर्थिक स्थिति में सुधार आया है। उनके द्वारा मशरूम उत्पादन वर्ष 2018-19 में प्रारंभ किया गया था उस समय 140 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जाना था वर्तमान में 200 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से विक्रय किया जा रहा है।
स्वायल हेल्थ कार्ड योजना के अंतर्गत कृषकों के द्वारा अपने स्वयं की खेत की मिट्टी का परीक्षण कराया जा रहा है। मिट्टी परीक्षण उपरांत मृदा स्वास्थ्य पत्रक में दिये गये जानकारी के अनुसार उनके द्वारा उर्वरक एवं सूक्ष्म पोषक तत्व, कार्बनिक खाद का उपयोग कम कर जैविक खाद का उपयोग किया जा रहा है। जिससे भूमि की उर्वरक क्षमता में वृद्धि हुई है। साथ ही कृषकों में जानकारी प्राप्त होने पर जागरूकता पैदा होने से वर्तमान में जैविक खाद का उपयोग कृषक पुनः प्रारंभ कर दिये है। कृषि विभाग के अमलो द्वारा कृषकों को जैविक खाद का महत्व उपयोग व उससे लाभ की जानकारी प्रशिक्षण व भ्रमण के माध्यम से दिया जा रहा है।