महासमुंद : कोरोना संकट के समय गौठान बाड़ी बना आजीविका का साधन
महासमुंद : राज्य शासन के महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी योजनांतर्गत जिला पंचायत महासमुंद के द्वारा बसना विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम नवागांव एवं गनेकेरा में माॅडल गौठान का निर्माण किया गया है। जिला पंचयात के ए.पी.ओ. श्री प्रथम अग्रवाल ने बताया कि गौठान में प्रतिदिन लगभग 100 से 120 पशु आते हैं, गौठान में पानी टंकी और कोटना बनाई गई हैं। जिसे नियमित रूप से साफ-सफाई कर पशुओं को साफ पानी पिलाया जाता है, गौठान में बोर की सुविधा उपलब्ध है, गौठान में तीन स्व-सहायता समूह को रोजगार मिला है।
गौठान में 17 वर्मी बेड लगे हुए हैं, जिसमें वर्तमान में सभी बेड भरे हुए है तथा खाद निर्माण किया जा रहा है। समूह द्वारा कुल 100 क्ंिवटल खाद तैयार कर 40 क्विंटल खाद बिक्री किया जा चुका हैं, जिसमें से 60 क्विंटल बिक्री के लिए तैयार हैं। स्व-सहायता समूह को खाद के द्वारा 15 हजार की आमदनी हो चुकी है, जिसका पैसा उस समूह के खाते में सीधा जाता है, खाद तैयार करने में समूह द्वारा रूचि लिया जा रहा हैं। इससे और अन्य समूह भी इसमें रूचि लेकर काम करने का सोच रहे हैं।
गौठान के सामने 10 एकड़ चारागाह का निर्माण किया गया है, जिसमें पशुओं को अनावश्यक जाने से रोकने के लिए सी.पी.टी. का खुदाई किया गया है, साथ ही चारागाह के एक क्षेत्र में ज्योति एवं कस्तूरबा स्व-सहायता समूह द्वारा बाड़ी विकास का कार्य किया गया है, जिसमें भिंडी, करेला, लौकी, खीरा, भाजी, भाटा, टमाटर सहित अन्य सब्जियाॅ लगाई गई हैं।
गोठान में सब्जियां लगाने से समूह के आय में वृद्धि हुई है, जो इस कोरोना संकट माहमारी के कारण लाॅक डाउन की स्थिति में ग्रामवासियों की खाद्य आपूर्ति में अहम भूमिका आ रही हैं। गौठान में प्राधिकरण से चरवाहा कक्ष का, दवाचारा कक्ष तथा मछली पालन तथा जल स्टोरेज के लिए भू-तल जल भण्डार टैंक बनाया जा रहा है
तथा चारागाह में सिंचाई के लिए ड्रीप इरीगेशन का कार्य किया जा रहा हैं। गौठान निर्माण बनने के बाद नवागांव में पशुओं की संख्या बढ़कर 189 हो चुकी है। गौठान में पशुओं को पशु विभाग द्वारा तथा चारवाहा द्वारा सही देख-रेख एवं समय-समय पर उपचार किया जा रहा है, जहां 63 पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान 33 पशुओं का बधिया करण और 561 पशुओं का टिकाकरण किया जा चुका हैं, जिसमें खुराचपका, गलघोटू शामिल है तथा 327 पशओं का उपचार किया जा चुका है। पशु चिकित्सा शिविर नवागांव गौठान में सात बार शिविर लगाया जा चुका है। ग्र्राम गौठान समिति द्वारा उक्त गौठान का उचित रूप से संचालित एवं देखरेख सुचारू रूप से किया जा रहा है। इससे गनेकेरा एवं नवागांव के ग्रामीण उत्साहित है।