बलरामपुर जिला प्रशासन के सहयोग से घुमंतू सपेरे पहुंचे अपने घर : कलेक्टर ने दिखाई संवेदनशीलता
बलरामपुर :कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन ने जनजीवन को प्रभावित किया है। सार्वजनिक परिवहनों के बंद होने से कुछ लोग अपने घरों से दूर है तथा वापस नहीं जा पा रहे हैं। जिले के विकासखण्ड शंकरगढ़ में बिलासपुर से आए घुमंतू सपेरों का परिवार रूका हुआ था। सपेरों ने घर जाने की इच्छा प्रशासन को बताई। कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने तत्काल इनके जाने की व्यवस्था करते हुए उनके सकुशल घर पहुंचने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि संकट के दौरान प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य अमला नागरिको की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है।
छत्तीसगढ़ में प्राचीन समय से जनजातीय समुदाय के लोग घूम-घूमकर सांप का खेल दिखाते है। सांप का खेल दिखाकर अपना जीविकोपार्जन करते है। आजीविका की तलाश में सपेरों का परिवार शंकरगढ़ में रुककर आसपास के क्षेत्रों में घूमकर अपना कार्य कर रहे थे। इसी दौरान कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए लॉकडाउन किया गया था। लॉकडाउन के कारण इनके सामने जीवनयापन का महत्वपूर्ण संकट खड़ा हो गया।
इसकी जानकारी मिलते ही कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने इन परिवारों की सम्पूर्ण जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन को दी और उन्हें सभी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। इन परिवारों को राशन, जरूरी वस्तुएं तथा स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई थी। किन्तु लंबे समय से रुके होने के कारण इन लोगों ने घर जाने की इच्छा जताई। छत्तीसगढ़ में कोरोना के नियंत्रित होने के साथ ही महत्वपूर्ण सेवाओं में छूट प्रदान की गई है। स्थिति से अवगत होने पर कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा ने सवेंदनशीलता का परिचय देते हुए इनको घर पहुंचाने की व्यवस्था की। इनका स्वास्थ्य परीक्षण उपरांत इनको अतिरिक्त राशन देकर बस के माध्यम से बिलासपुर के लिए रवाना किया गया। सपेरों का परिवार बिलासपुर अपने घर सकुशल पहुंच गया है। बिलासपुर पहुंचने पर इन लोगों ने कलेक्टर एवं जिला प्रशासन का हृदय से धन्यवाद दिया है ।