सूरजपुर जिले में ‘‘मोर मोबाईल मोर डाक्टर’’
आनलाईन पोर्टल से घर बैठे शुरू हुई चिकित्सा परामर्श और दवाई
सूरजपुर :वैश्विक महामारी बनकर उभरी कोरोना वायरस से अलग अलग मोर्चे पर जंग में शासन व प्रशासन विभिन्न स्तरों पर कवायद कर रहा हैं। इस जंग में सबसे अहम भूमिका निभा रहे स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों जिन पर स्थानीय स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ कोरोना वायरस से संबंधित कार्यो का दवाब में राहत दिलाने की जिम्मेदारी है। आमजनो को लॉकडाउन अवधि में घरों से उपचार संबंधित कारणों के लिए अनावश्यक आवागमन, परेशानियों व आर्थिक क्षति सें राहत देने के लिए राज्य सरकार की मंशानुरूप सूरजपुर जिलें में कलेक्टर श्री दीपक सोनी के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम के संयुक्त प्रयास द्वारा लॉकडाउन के उद्देश्य को सार्थक करने के दिशा में बहुआयामी टेली मेडिसिन सुविधा प्रारंभ किया गया है। इसके लिए जिला रेडक्रॉस सोसायटी को सक्रिय कर सेवा भाव की भूमिका निभाने हेतु प्रेरित किया गया है।
जिससे लॉकडाउन की अवधि में लोगों को अधिक से अधिक अपने घरों पर रहकर चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुगमता से उपलब्ध होगी और उपचार संबंधित परेशानियों में भी घर से बाहर निकलने की जरूरत नहीं होगी। इससे जहां सोशल डिस्टेंस व लॉकडाउन के उद्देश्य सार्थक होते हुए, स्वास्थ्य अमलों में कार्यो में दवाब कम होगा। आपको बताते चलें की लॉकडाउन में चिकित्सा को सुगम बनाने के लिए राज्य शासन के मंशानुरूप आनलाईन पोर्टल के माध्यम से मोबाईल में ही चिकित्सा परामर्श और आवश्यक दवाई को घर पहुच उपलब्ध कराने के लिए कलेक्टर श्री दीपक सोनी के द्वारा सेवार्थ-सूरजपुर टेली मेडिसिन के नाम से शुरू किया गया पहल के पहलेे दिन ही करीब 100 सें अधिक लोगों ने इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए पंजीकरण कराने सहित आवश्यक परामर्श व घर पहुंच दवा सुविधा का लाभ प्राप्त की। यह सुविधा जिलें के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में एक समान सहजता से उपलब्ध कराई जाएगी। डोर टू डोर स्वास्थ्य संबधित सेवाएं हर स्थिति में उपलब्ध कराई जाएगी।
ऐसे मरीज कर सकेंगें पंजीयन-
मरीज अपने स्मार्ट फोन के द्वारा संबंधित https//cgsurajpur-shanrohi-co/cgemed लिंक को ओपन कर आसान प्रकिया के माध्यम से पंजीयन कर सकते हैं, पंजीयन उपरांत आवेदन का नंबर प्राप्त होगा जिसपर जल्द ही डॉक्टर अपनी प्रतिक्रिया देंगें। इसमें मरीज मोबाईल पर प्राप्त विडियो लिंक के माध्यम से डॉक्टर से वीडियो कॉल, वाईस कॉल अथवा मैसेज से भी परामर्श ले सकते हैं। इसके पश्चात् मोबाईल पर ही दवाई की पर्ची प्राप्त हो जायेगी। जिसे भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी के वॉलिंटियर्स द्वारा मरीज को घर पहुॅच निःशुल्क सुविधा के माध्यम से उपलब्ध कराया जायेगा। अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए टेलिमेडिसिन हेल्पलाईन नंबर 7879810704 जारी किया गया है।
बहुआयामी लाभ से लबरेज है यह सेवा-
कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने बताया कि राज्य शासन के मंशानुरूप बहुआयामी लाभ को दृष्टिगत रखते हुए सेवा का प्रारंभ किया गया है, इसमें मरीज से लेकर स्वास्थ्य अमले के कार्य को भी सुगम बनाने के लिए योजना बनाई गई है। मुख्य रूप से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु किये गये लॉकडाउन में बुजुर्गो, महिलाओं एवं असहाय वर्गो को घर पहुंच चिकित्सा परामर्श एवं दवाई घर पर ही उपलब्ध कराना है। जिले के अधिकांश क्षेत्र वनांचल एवं ग्रामीण है जहां मरीजों को दवाई के लिए शहरों में आश्रित नही होना पड़ेगा। इसके अलावा चिकित्सालयों में मरीजों को आने की आवश्यकता नहीं पडेगी़ और चिकित्सकों के कार्य पर दबाव भी कम होगा। घर पहुंच सुविधा से सभी वर्गो को लाभ पहुंचाकर राज्य की मंशानुसार मरीजों के हितार्थ उन्हें संबल बनाने का हर संभव प्रयास जिला प्रशासन कर रहा है।
सूरजपुर विकासखंड के ग्राम पचीरा के श्री बिहारीलाल बने पहले सेवा प्राप्त करनें वालें हितग्राही, कहा मोर मोबाइल अब बन
गईस हवे डाक्टर-
वाट्सएप ग्रूप में प्रसारित किये गये टेलिमेडिसिन के विज्ञापन को देखकर विकासखंड सूरजपुर के पचिरा निवासी श्री बिहारीलाल कुलदीप उम्र लगभग 51 वर्ष ने अपनी पेट की समस्या पर परामर्श लेने टेलिमेडिसीन के आनलाईन पोर्टल में पंजीयन किया जिस पर डॉ सरोता पाण्डे ने उन्हें अटेंड कर आवश्यक परामर्श के साथ दवाई की पर्ची आनलाईन सबमीट किया। इसके उपरांत आज प्रातः ही रेडक्रॉस सोसायटी के वॉलिटिंयर्स ने ग्राम पचीरा श्री बिहारीलाल के निवास पहुंचकर दवा उपयोग करने की विधि से अवगत कराते हुए प्रदान किया हैं। इस सेवा से प्रसन्न होकर मोर मोबाईल मोर डॉक्टर शब्द को बयॉ करते हुए जिला प्रशासन की टीम और राज्य शासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है