वनोपज का उचित मूल्य मिलने से ग्रामीणों के जीवन में आयी खुशहाली
रायपुर, राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना वनधन विकास योजना के माध्यम से कोरिया जिले के ग्रामीणों को वनोपज का उचित दाम मिलने से उनके जीवन में आर्थिक सुधार एवं खुशहाली आयी है। कोरिया जिले के वनमंडलाधिकारी ने बताया कि जिले में 45 समूहों के द्वारा वनोपज खरीदी की जा रही है।
शासन की योजना से वनांचल में रहने वाले ग्रामीण एवं स्व-सहायता समूह आर्थिक रूप से लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 5 लाख 97 हजार रुपए के 380.95 क्विंटल वनोपज का संग्रहण किया गया है। समूह द्वारा संग्रहित वनोपज में चरोटा 305 क्विंटल, रंगीनी लाख 8.5 किलोग्राम, हर्रा 8.47 क्विंटल, बहेड़ा 5.40 क्विंटल, नागरमोथा 13.69 क्विंटल, इमली 3.13 क्विंटल, धवई फूल 18.79 क्विंटल, माहुल पत्ता 22.50 क्विंटल एवं महुआ फूल 3.30 क्विंटल शामिल हैं।
शासन द्वारा निर्धारित समर्थन मूल्य पर जिले में संग्रहित वनोपज सामग्री की खरीदी चयनित 24 हाट बाजारों में किया गया है। कोरबा वनमंडल के बैकुंठपुर में कुल 5 वनधन केंद्र हैं। वनोपज क्रय एवं प्रसंस्करण में ग्राम स्तर पर 24 स्व-सहायता समूह कार्य कर रहे हैं। इसी तरह हाट बाजार स्तर पर 16 एवं वनधन केंद्र स्तर पर 5 स्व-सहायता समूह कार्य कर रहे हैं।