होटल से बेघर किए गए ओड़िशा के श्रमिकों को मिली लाभांडी आश्रय स्थल में पनाह ,जिला प्रशासन ने की त्वरित कार्यवाही
रायपुर । कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए रायपुर जिला कलेक्टर डॉ. एस भारतीदासन के निर्देश पर जिला प्रशासन की टीम ऐसे श्रमिकों व बेघर की व्यवस्था में जुटी हुई है जिन्हें भोजन व रुकने के लिए आश्रय की तलाश है। प्रशासन ऐसे लोगों को लाभांडी स्थित आवासीय परिसर में ठहरा रही है। आज ऐसी ही मिली एक महत्वपूर्ण सूचना पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर अधिकारियों के दल ने त्वरित कार्यवाही करते हुए निजी होटल में काम करने वाले ओड़िशा के एक ही परिवार के चार सदस्यों को सहायता पहुंचाते हुए लाभांडी आश्रय स्थल में ठहराया। होटल के मालिक के मालिक को भी प्रशासन तलब कर रही है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गौरव सिंह को आज दोपहर दूरभाष पर सूचना मिली कि आमानाका थाने के अधीन एक होटल में पिछले तीन महीने से काम कर रहे कुक दिक्शन तांडी और उसके परिवार के अन्य तीन सदस्यों दूशिला तांडी, नेहरू तांडी और सुमन तांडी को खाना और रहने की जगह देने से इनकार कर सड़क पर छोड दिया गया है। श्री सिंह के निर्देश पर रैपिड रिस्पांस टीम के सदस्य समाज कल्याण विभाग के उप संचालक भूपेंद्र पांडेय, रायपुर स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक श्री आशीष मिश्रा, सब इंस्पेक्टर अंबरीश शर्मा रामनगर चैकी प्रभारी सिराज खान, हेल्थ टीम से रामनगर स्वास्थ्य केेंद्र से इमरान मिर्जा मौके पर पहुंचे और अपने साथ लेकर लाभांडी स्थित आश्रय स्थल में सभी सदस्यों को ठहराया। इस शिविर में अब तक 218 लोगों ठहराने और भोजन की व्यवस्था की गई है। इस शिविर में ठहरे लोग अब भोजन बनाने, बांटने और जरूरी मेडिकल जांच में भी यहां की जिम्मेदारी संभाल रही एनजीओ समर्थ चेरिटेबल, वी द पीपल और प्रशासनिक अधिकारियों के काम में हाथ बंटा रही हैं।