कोरोना वायरस जिससे बचने जहां लोग घरों से नहीं निकल रहे हैं ऐसे में लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने खुद के जान को जोखिम में डालने वाले मसीहा से कम नहीं
विधायक विकास उपाध्याय,जोन 8 कमिश्नर प्रवीण सिंह गहलोत, के के अग्रवाल व उनके सहित कई ऐसे नाम है जो लॉक डाउन के पहले दिन से लेकर आज तक जरूरतमंदों को भोजन दवाई मास्क उपलब्ध करा रहे हैं
रायपुर ,कोरोना वायरस विश्व महामारी घोषित होने के बाद आम जनता को इस वायरस से बचाने राज्य सरकार ऐतिहातन जो कदम उठाएं लाक डाउन,कर्फ्यू उसके ही परिणाम है कि छत्तीसगढ़ में महामारी अपना पैर पसारने में असफल हुई लाक डाउन कर्फ्यू के बाद रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए सूर्योदय से सूर्यास्त तक संघर्ष करने वाले आम इंसान को छोटी छोटी चीजों के लिए तरसना ना पड़।उनकी जरूरतों का ख्याल रखने ऐसे समय में एक जनप्रतिनिधि का जो उत्तरदायित्व होता है उससे चार कदम आगे बढ़कर कार्य कर पश्चिम विधानसभा के विधायक विकास उपाध्याय ने एक मिसाल पेश की है।
एक जज्बा जनसेवा का जो लोगों को दिखाया है। संकट के समय मे मसीहा से कम आंकना गलत होगा। जहां लोग कोरोना वायरस फैलने के डर से एक दूसरे से दूरियां बनाकर चल रहे थे हाथ मिलाने से घबरा रहे थे आमने सामने खड़े होकर बात करने से परहेज कर रहे थे। ऐसे समय में कोरोनावायरस को फैलने से रोकने।वार्डो को घरों को गलियों को सेनेट्राइज करना,घर घर मास्क एवं ग्लोब्स देना ,ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करना लोगो से जागरूक रहने अपील करने साथ ही जरूरतमंद और गरीबों को दो वक्त का भरपेट भोजन मिले इसके लिए राशन की व्यवस्था, दवाइयों की समुचित व्यवस्था हो या लोगों के घरों तक वाजिब दाम में ताजी हरी साग सब्जी पहुंचना प्रशंसनीय कार्य इस नेक काम को विकास उपाध्याय और उनके टीम ने किया है।
जोन कमिश्नर होने के नाते प्रवीण सिंह गहलोत के जिम्मेदारी पूर्वक किए गए कार्य को भी नमन करता हूं सलाम करता हूं जॉन क्षेत्र में गरीबों को भोजन देना हो राशन देना हो निर्बल असहाय को दो वक्त का खाना पहुंचाने के साथ छाया भी उपलब्ध कराना प्रवीण सिंह ने कोई कसर नहीं छोड़ा यह काम सरकारी आदेश के साथ तब तक पूरा नहीं होता जब तक मानवीय गुण खुद के भीतर ना हो जिम्मेदारियां का एहसास ना हो प्रवीण सिंह गहलोत ने एक अच्छी मिसाल पेश की है। इस कठिन दौर में जो सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन किए हैं इंसान होने का हक अदा किए हैं
ऐसे लोगों को भी मौके पर याद करना बेहद जरूरी है अनेक ऐसे नाम,सेवा संस्था हैं जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन के अधिकारी हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी हैं और एक खास तबका जिसे हम धरती के भगवान के रूप में पहचानते हैं वह है हमारे चिकित्सक और उनकी मेडिकल टीम जो इन सभी परिस्थितियों से निपटने निरंतर एक सिपाही की भूमिका निभाए हैं निश्चित तौर पर आज हम कोरेना वायरस को छत्तीसगढ़ में फैलने से रोकने में सफल हुए हैं तो इन सब की उसमें महती भागीदारी है यह एक भारतीय होने का भारत के नागरिक होने का और सामाजिक एकता अखंडता के मजबूत पायदान हैं तभी तो कहते हैं मेरा भारत महान है