राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन ने छत्तीसगढ़ में कोरोना नियंत्रण एवं बचाव के उपायों की समीक्षा की
रायपुर, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सलाहकार श्री पवन कुमार ने छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के नियंत्रण, बचाव एवं सावधानियों के लिए राज्य में किए जा रहे उपायों की समीक्षा की। मंत्रालय महानदी भवन में राज्य शासन के विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। जिसमें कोरोना वायरस COVID-2019 की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए राज्य में इसके लिए किए जा रहे ऐहतियाती उपायों की विस्तार से समीक्षा की गई। बैठक में राहत आयुक्त एवं सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की सचिव सुश्री रीता शांडिल्य सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।
बैठक में राजस्व आपदा प्रबंधन विभाग छत्तीसगढ़ की सचिव ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को छत्तीसगढ़ की भौगोलिक स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। आपदा प्रबंधन सचिव ने छत्तीसगढ़ में राज्य शासन के विभिन्न विभागों द्वारा कोरोना वायरस से बचाव के लिए किए जा रहे तमाम उपाय, सावधानी और बचाव के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य शासन द्वारा सभी जिले के कलेक्टरों को कोरोना वायरस से बचाव के संदर्भ में चिन्हांकित देशों से भारत आए लोगों की पहचान कर कलेक्टरों को भारत सरकार से प्राप्त दिशा-निर्देशों से अवगत कराते हुए उन्हें एक जनवरी 2020 से विदेश गए एवं आए व्यक्तियों की पहचान कर उनका एवं परिजनों का चिकित्सा परीक्षण करने के निर्देश दिए गए है।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के संचालक श्री नीरज बंसोड़ ने बताया कि भारत सरकार द्वारा जारी की गई एडवायजरी के आधार पर प्रदेश में कोरोना वायरस के लक्षणों, जरूरी सावधानियों और बचाव के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किए जा रहें हैं। विदेश से लौटने वालों की एयरपोर्ट पर ही स्क्रीनिंग कर सभी ऐहतियाती कदम उठाएं जा रहें हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी जिलों में क्वारेंटाइन सेंटर की स्थापना की गई है। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड भी बनाए गए हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्धों के सैम्पल संकलित कर जांच के लिए एम्स भेजा जा रहा है। प्रदेश में अब तक जांचे गए सभी सैम्पलों के परिणाम निगेटिव आए हैं। राज्य स्तरीय कंट्रोल एण्ड कमांड सेंटर स्थापित कर स्थिति की प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। कोरोना वायरस के प्रबंधन के लिए निजी अस्पतालों के साथ समन्वय कर सभी आवश्यक व्यवस्था की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के कलेक्टरों और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों से चर्चा कर स्थिति की लगातार समीक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि राज्य स्तर पर चिकित्सकों, लैब टेक्निशियनों, जिला सर्विलेस अधिकारियों एवं सफाई कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है।
बैठक में आकाशवाणी और दूरदर्शन के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना वायरस के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार कर लोगों को जानकारी दी जा रही है। कोरोना वायरस के संबंध में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सलाहकार श्री पवन कुमार ने बताया कि लोगों को भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए और चिकित्सकों की सलाह मानना जरूरी है। बैठक में स्कूल शिक्षा, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, वाणिज्य एवं उद्योग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, श्रम, खाद्य, महिला एवं बाल विकास, खेल एवं युवा कल्याण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, पर्यटन, संस्कृति, नगरीय प्रशासन, आवास एवं पर्यावरण विभाग, समाज कल्याण सहित नगर सेना, अग्निशमन, आपातकालीन सेवाएं, रेल्वे, बीएसएनएल और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अधिकारी उपस्थित थे।