नेहा पुरोहित क्रिमिनल माइंडेड, पूरे परिवार को शारीरिक एवं मानसिक प्रताडऩा दे रही-योगिता पुरोहित
संपत्ति संबंधी जायदाद में नेहा ले रही बाहरी सहयोग
शारीरिक एवं मानसिक अस्वस्थता के कारण मां बनी नेहा की प्रताडऩा का शिकार-आस्था दवे
रायपुर, परिवारों में आए दिन संपत्ति संबंधी विवाद के चलते आपस में मतभेद होते रहते हैं, किंतु मामला जब प्रतिष्ठित परिवार की संपत्ति के बंटवारे का हो तो स्थिति और भी गंभीर हो जाती है, क्योंकि आम जनमानस बड़े प्रतिष्ठित परिवारों को सम्मान की दृष्टि से देखता है। ऐसी स्थिति में जब घर की महिला सदस्य ही परिवार को प्रताडऩा देने का मुख्य केन्द्र हो तो मामला बेहद गंभीर हो जाता है। शहर के जेल रोड स्थित होटल गिरीराज के बंटवारे का मामला पारिवारिक मतभेदों के चलते गंभीर मोड़ ले चुका है। परिवार की बिटिया नेहा पुरोहित ने जिस तरह से अपने पिता स्वर्गीय भानुशंकर पुरोहित की मृत्यु के बाद सदस्यों के साथ शारीरिक एवं मानसिक प्रताडऩा देने का चक्र चलाया है। उसके जाल में पूरा परिवार आज मानसिक अशांति के चलते थाने एवं कोर्ट के चक्कर लगाने पर मजबूर किया गया है। उक्त पीड़ा प्रेसक्लब रायपुर में आयोजित पत्रकारवार्ता में योगिता पुरोहित एवं उनके संपूर्ण परिवार के सदस्यों ने बिलखते हुए/रोते हुए व्यक्त की। पत्रकारवार्ता में योगिता पुरोहित ने नेहा पुरोहित पर आरोप लगाया कि वे समता कालोनी स्थित मकान एवं होटल गिरीराज में कब्जा कर जायजाद में किसी प्रकार का बंटवारा नहीं चाहतीं। परिवार में चाहे अवसर मंगल कार्यों से जुड़े शादी विवाह का रहा हो या अन्य हर वक्त नेहा एवं उसके समर्थक लोग गंदे-गंदे वाक्यों का प्रयोग का न केवल गाली-गलौच करते हैं बल्कि परिवार के भाईयों पर भी जिस तरह से पास्को एक्ट के तहत फर्जी मामला दर्ज करवाया गया है वह मानवीयता की तमाम सीमाओं को लांघ चुका है। नेहा पर राजनीतिक संरक्षण का आरोप लगाते हुए परिवार की महिलाओं ने कहा कि मामला काफी गंभीर हो चुका है। पुलिस अधीक्षक एवं कोर्ट के जज के निर्देशों को भी शासन व्यवस्था के जिम्मेदार नहीं मान रहे हैं। स्थिति इतनी खराब है कि घर की विवाहित महिलाओं को उनके मायके में परिवार में हो रहे झगड़े के बारे में स्पष्टिकरण देना पड़ रहा है। पानी सिर से उपर गुजर चुका है, नेहा क्रिमिनल माइंडेड है, वह संपत्ति हासिर करने के लिए जिस हद तक गिर सकती थी गिर चुकी है। बार-बार परिवार की महिला सदस्यों के साथ मारपीट, पति के साथ मारपीट, गृह निष्कासन एवं गंदे आरोपों की दर्ज कराई गई एफआईआर उसके आपराधिक तत्व होने को प्रमाणित करता है।