डॉ अम्बिका सिंह को आईमा अंतराष्ट्रीय आवार्ड से सम्मानित किया जाएगा
रांची। चिकित्सा जगत में अंतराष्ट्रीय स्तर पर आयुर्वेद द्वारा विश्व भर में लाइलाज बन चुके शुगर (मधुमेह) रोग को जड़ से खत्म करने की आयुर्वेदिक शास्त्रीय दवाओं पर निरंतर शोध कर मधुमेह रोग को जड़ खत्म करने में सफलता प्राप्त करने के लिए एवम शुगर रोग के साथ साथ ब्लड प्रेशर, थाइराइड एवं केलेस्ट्रोल जैसे रोग पर सर्वाधिक सफल परीक्षण करने के लिए एवम विश्व भर में डॉ अम्बिका सिंह द्वारा तैयार किये गए दवाओं का शुगर, थाइराइड, ब्लड प्रेशर, एवम केलोस्ट्रोल के मरीजो पर शत प्रतिशत चिकित्सा रिपोर्ट आने पर 15 मार्च 2020 को “आयुष इंटरनेशनल मेडिकल एसोसिएशन” की तरफ से “श्रीपद नायक” , केंद्रीय स्वास्थ्य एवं आयुष मंत्री, भारत सरकार द्वारा पुणे, महाराष्ट्र में “AIMA RATNA AWARD” (आईमा अंतराष्ट्रीय आवार्ड ) से सम्मानित किया जाएगा । जिसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहेंगे ।
गौरतलब है कि डॉ अम्बिका सिंह ईएसआईसी मॉडल अस्पताल नामकुम रांची के आयुर्वेद विभाग में सीनियर मेडिकल ऑफिसर के पद पर कार्यरत है । डॉ अम्बिका सिंह झारखण्ड राज्यभर में भारत सरकार की आयुर्वेद विभाग में सबसे सीनियर डॉ है । जो लगभग साल भर से ला इलाज बन चुके शूगर जैसे रोग पर आयुर्वेद के कुछ विशेष शास्त्रीय दवाओं पर शोध कर रही थी । जिसके बाद शोध किये गए शास्त्रीय दवाओं को आयुष मंत्रालय भारत सरकार को भेजी । जिसके बाद शुगर के टाइप 1 एवम टाइप 2 के मरीजो पर प्रयोग किया गया तो उसका रिजल्ट 99.9 प्रतिशत आया ।
इस विषय मे डॉ अम्बिका सिंह ने प्रशन्नता जाहिर करते हुए कही की शुगर के रोगी आयुर्वेद की कुछ विशेष शास्त्रीय दवाओं के साथ अपने खान पान में सुधार एवम कुछ देर के शाररिक व्ययाम कर कुछ महीनों में ही शुगर जड़ से समाप्त कर सकते है । इसके बाद शुगर रोगी दवा छोड़ कर केवल हेल्थी खान पान पर ही जीवन भर निर्भर रह सकते है । उन्होंने कहा कि शुगर, ब्लड प्रेशर, केलोस्ट्रोल, थाइराइड आदि जैसे रोगों से डरने की जरूरत नही है हमारे देश की प्राचीन चिकित्सा आयुर्वेद एवम योगा में इसका शत प्रतिशत इलाज है । आगे उन्होंने कहा कि जो ऐसे रोग से पीड़ित है वो ईएसआई लाभुक आयुर्वेद विभाग में आकर इसका लाभ ले सकते है …..