किसानों को हलाकान करना जारी रखी हुई सरकार: भाजपा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संदीप शर्मा ने कहा है कि प्रदेश की सरकार अब भी किसानों के प्रति पूरी तरह संवेदनहीनता का परिचय दे रही है, जिसके कारण किसान अब भी परेशान हो रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पहले तो धान खरीदी के नाम पर किसानों को हलाकान करने का काम किया, और अब किसानों को उनकी उपज का भुगतान करने के लिये परेशान किया जा रहा है। लगभग एक लाख पंजीकृत किसान अभी भी ऐसे हैं जिनके पूरे धान टोकन नही मिलने के कारण बिक नही पाए।
भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि किसानों को पहले अपना धान बेचने के लिये जलालत झेलनी पड़ी और अब सौ-सौ किलोमीटर चलकर आ रहे किसानों को अपनी उपज का भुगतान पाने के लिये परेशान और निराश खाली हाथ लौटना पड़ रहा है। मैनपुर (गरियाबन्द) ब्लॉक में एकमात्र जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक है और धान का भुगतान लेने के लिये किसानों को सौ-सौ किलोमीटर चलकर मैनपुर आना पड़ रहा है। लेकिन, यहाँ पहुँचने के बाद एक तो उन्हें देर रात तक रुकने के बाद भी भुगतान नहीं मिल पा रहा है, वहीं दूसरी ओर रातभर रतजगा कर रहे किसान फिर भी खाली हाथ ही लौट रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि अपना भुगतान पाने के लिये किसानों को दो-दो, तीन-तीन दिन बैंक का चक्कर काटना पड़ रहा है जो किसानों के लिये समय व धन के अपव्यय के साथ ही मानसिक परेशानी का सबब बना हुआ है। यह स्थिति प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली और दावों पर सवाल खड़ा करने के लिये पर्याप्त है।
भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि एक ओर सरकार धान खरीदी और किसानों के त्वरित भुगतान का दावा कर रही है वहीं दूसरी ओर किसान आज भी बिना सड़क की लड़ाई लड़े अपना धान नहीं बेच पा रहे हैं, और यदि जैसे-तैसे उनका धान बिक जा रहा है तो भुगतान के लिये उन्हें हलाकान होना पड़ रहा है। श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल धान के मुद्दे पर लगातार झूठ पर झूठ परोस रहे हैं। वे धान का बोनस देने का दावा तो कर रहे हैं लेकिन यह दावा करते हुए भी वे किसानों को बोनस के मुद्दे पर बरगला रहे हैं और दो साल के बकाया बोनस के भुगतान के अपने वादे से मुँह चुराने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री बघेल यह अच्छी तरह समझ लें कि भाजपा उन्हें किसानों के साथ दगाबाजी करने का मौका कतई नहीं देगी।