किसान पर घमासान जारी, सदन में सत्ता के सामने विपक्ष का ‘BLACK आउट’
रायपुर
छत्तीसगढ़ विधानसभा (Chhattisgarh Assembly) के बजट सत्र में धान और किसान को लेकर हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है. विपक्षी दल धान खरीदी को लेकर राज्य सरकार को सदन में घेर रहे हैं, लेकिन धान खरीदी के मुद्दे को लेकर कभी एक दूसरे के दुश्मन रहे जोगी कांग्रेस और बसपा जैसे दल बीजेपी के साथ खड़े दिख रहे हैं. सभी मिलकर राज्य की कांग्रेस सरकार को सदन में एक साथ घेर रहे हैं. ऐसा ही एक नजारा बजट सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को सदन में देखने को मिला. सत्ता के सामने विपक्ष ने एक साथ ब्लैक आउट किया.
छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में दूसरे दिन में धान और किसान को लेकर जमकर हंगामा हुआ. राज्य सरकार को घेरने के लिए विपक्षी दल सब एक जुट हो गये है. सभी मांग कर रहे हैं कि बचे किसानों का धान भी खरीदा जाए. विधानसभा की दूसरे दिन की कार्यवाही भी हंगामे की भेट चढ़ गई, लेकिन सभी विपक्षी दल एक रंग में रंगे दिखाई दिये, जो था काला और सिर्फ काला.
प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने 85 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से प्रदेश में 18.21 लाख किसानों ने 82.81 लाख मीट्रिक टन धान बेचा हैं. लेकिन विपक्षी दल के नेता डॉ. रमन सिंह का कहना है कि प्रदेश में धान खरीदी नहीं होने से किसानों का धान बचा है. अभी तक 1 लाख 34 हजार 212 किसानों का धान नहीं खरीदा गया है, जिससे किसानों में भारी आक्रोश है और कई जिलों के किसान सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. विपक्ष का आरोप है कि किसानों की सुध सरकार नहीं ले रही है.
बजट सत्र में हंगामाछत्तीसगढ़ विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन भी हंगामा हुआ. धान खरीदी के मुद्दे पर सरकार विपक्ष के निशाने रहा. काले कपड़े पहनकर सदन पहुंचे विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया. विपक्ष के सदस्य हंगामा करते हुए गर्भगृह तक पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए तख्तियां लहराने लगे. विधानसभा अध्यक्ष ने निलंबित सदस्यों को बाहर जाने के लिए कहा, लेकिन वे नारेबाजी ही करते रहे. इस पर सदन स्थगित कर दिया गया. हालांकि बाद भी सभी विधायकों का स्थगन को बहाल कर दिया गया.