रूर्बन मिशन में भारतीय संस्कृति और परंपरा की भावना का समावेश है : तोमर
नई दिल्ली : केन्द्रीय ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि और किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने आज नई दिल्ली स्थित डॉ. अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र में श्यामा प्रसाद मुखर्जी ग्रामीण मिशन के चौथे वार्षिक समारोह का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा रूर्बन मिशन में भारतीय संस्कृति और परंपरा की भावना का समावेश है.
इस मिशन की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 21 फरवरी, 2016 को विकास की दहलीज पर खड़े ग्रामीण इलाकों के उत्प्रेरक प्रयासों की संकल्पना के साथ की थी। इसका उद्देश्य समन्वित और समयबद्ध तरीके से सभी मूलभूत सुविधाएं, बुनियादी ढांचे के साथ ही आर्थिक विकास के अवसर प्रदान करके संपूर्ण रूप से समूह बनाना है।
औपचारिक दीप प्रज्ज्वलित करने के बाद उपस्थित जनों को संबोंधित करते हुए श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने मिशन की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा रूर्बन मिशन में भारतीय संस्कृति और परंपरा की भावना का समावेश है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी क्षेत्र के समग्र विकास के लिए समुदाय परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखना होगा और कलस्टर पहुंच इस बारे में बहुत लाभदायक है। उन्होंने यह अनुरोध किया कि लोगों को ‘सबका साथ सबका विकास’ के उद्देश्य को हासिल करने के लिए समर्पित होना चाहिए और गांव और ग्रामीण भारत के विकास के लिए समुदाय भावना के साथ काम करना चाहिए । उन्होंने कहा जब समुदाय भावना और प्रयासों में बढ़ोतरी होती है तब केंद्र और राज्य कलस्टरों की विकास के लिए मिलकर काम करेंगे और सभी योजनाओं को इस उद्देश्य की दिशा में समावेशी बनाया जाएगा।
ग्रामीण विकास सचिव श्री राजेश भूषण ने रुर्बन मिशन के अंतर्गत सकारात्मक हस्तक्षेप और सफलता की कहानियों की प्रशंसा की। उन्होंने अनुभव और कठिनाइयों को साझा करने के लिए विभिन्न राज्यों एवं पंचायती राज संस्थानों के सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया, ताकि अन्य लोग उनसे कुछ सीखें और समग्र कार्यान्वयन में सुधार कर सकें। श्री भूषण ने मिशन के तहत उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मंत्रालय द्वारा अब तक 300 क्लस्टर आवंटित किए गए हैं, जिनमें से 296 को मंजूरी मिल गई है।
मिशन के महत्व के बारे में बात करते हुए श्री भूषण ने कहा कि यह मिशन केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की योजनाओं का मेल है, जिससे योजनाबद्ध और संगठित तरीके से क्षेत्र का समग्र विकास होता है। उन्होंने बताया कि यह मिशन रोजगार के अवसर प्रदान करता है। इसके साथ ही साथ यह ग्रामीण भारत में अपशिष्ट प्रबंधन, स्मार्ट क्लासरूम, पाइप द्वारा जलापूर्ति, सड़कें, कृषि प्रसंस्करण और प्राथमिक उत्पादन में मूल्य वृद्धि जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करता है और यह गांवों के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण है।