भारत दौरे के जरिए डोनाल्ड ट्रंप की निगाहें अमेरिकी चुनाव पर, US में रहते हैं 40 लाख भारतीय
नई दिल्ली
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा अमेरिका में रह रहे 40 लाख भारतीय समुदाय के लोगों के लिए सीधा संदेश होगी। अमेरिका में चुनाव आसन्न हैं। ऐसे में भारतीय समुदाय का रुख अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। भारत अमेरिका संबंधों में दोनों देशों के लोगों का आपसी संपर्क हमेशा से काफी अहम रहा है। इस समय करीब 40 लाख भारतीय समुदाय के लोग अमेरिका में हैं। इनमें से अच्छी खासी संख्या एनआरआई की है। अमेरिका के विभिन्न क्षेत्रों में इनका सकारात्मक योगदान है। करीब दो लाख भारतीय छात्र भी अमेरिका के विभिन्न संस्थानों में पढ़ाई कर रहे हैं। पिछले चुनाव में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के चुनाव में कई भारतीयों ने महत्वूपर्ण योगदान दिया था।
बढ़ा है भारतीयों का दखल
जानकार मानते हैं कि रिपब्लिकन और डेमोक्रेट दोनों के बीच भारतीय समुदाय का खासा दखल रहा है। भारतीयों की प्रभावकारी भूमिका के चलते पिछले दो दशकों में अमेरिकी प्रशासन में भी इस समुदाय का दखल बढ़ा है।
मजबूत संबंधों को रेखांकित करेंगे दोनों नेता
सूत्रों का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति के कुछ बयानों से जिन लोगों को तरह-तरह की आशंका हो रही है, उन्हें बाद में निराशा होगी। क्योंकि ये यात्रा आपसी रिश्तों को मजबूत बनाने में बहुत ही निर्णायक साबित होगी। रिश्तों की मजबूती का संदेश खुद राष्ट्रपति ट्रंप की तरफ से भी मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप दोनों देशों के नागरिकों के आपसी रिश्तों को भी अपने संबोधन के दौरान रेखांकित करेंगे।
भारतीयों का दिल जीतने की कोशिश
सूत्रों का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम से इस तरह का स्पष्ट संदेश देना चाहेंगे जिससे वे अमेरिका में भारतीय समुदाय के लोगों का दिल जीत सकें। उन्होंने ह्यूस्टन में भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच साझा करके यही संदेश दिया था। ह्यूस्टन में प्रधानमंत्री मोदी के साथ राष्ट्रपति ट्रंप ने मंच पर आकर इस्लामिक आतंकवाद पर भी खरी खोटी सुनाई थी। दोनों नेताओं ने एक दूसरे की प्रशंसा में कसीदे पढ़े थे। ट्रंप, मोदी से अपने रिश्तों का भी बार-बार उल्लेख करते रहे हैं।
ट्रंप नहीं खोना चाहेंगे मौका
इसके पहले भी अमेरिकी राष्ट्रपतियों की यात्रा हमेशा यादगार रही है। खासतौर पर क्लिंटन और ओबामा ने अपने रुख से भारतीयों के दिल में अच्छी जगह बनाई थी। ऐसे में ट्रंप शायद ही यह मौका खोना चाहें।
परस्पर हितों पर चर्चा
सूत्रों का कहना है कि यात्रा के दौरान दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी संपर्क को बढ़ावा देने को लेकर भी चर्चा होगी। साथ ही अमेरिका में भारतीयों के हितों के मुद्दे पर भी प्रधानमंत्री मोदी ट्रंप से बात करेंगे। एच1बी वीजा के मुद्दे पर भी भारत अपना पक्ष रखेगा।