रेडक्रॉस दवा दुकानों में कम से कम कीमतों में दवाएं मिलना सुनिश्चित करें: बोरा
रक्त संग्रहण को अभियान के रूप में चलाए जाए
इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष श्री सोनमणि बोरा ने ली जिला सचिवों की बैठक
फर्स्टएड का लक्ष्य 1 हजार से बढ़ाकर 10 हजार तक करने का निर्देश
रक्त संग्रहण की क्षमता 25 हजार यूनिट करने का लक्ष्य
रायपुर, इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी के अध्यक्ष श्री सोनमणि बोरा ने आज रेडक्रॉस भवन में रेडक्रॉस जिला सचिवों की बैठक ली। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस समिति द्वारा संचालित दवा दुकानों में दवाईयां कम से कम दरों में मिलना सुनिश्चित करें। यह दुकाने मूलतः गरीबों को ध्यान में रखकर संचालित की जाती है, अतः इसे बिना लाभ-हानि के आधार पर चलाया जाए। इसमें से ली जाने वाली सहयोग राशि की दर न्युनतम रखी जाएगी। इस निर्णय के पश्चात् कुछ दवाओं की कीमतें लगभग 50 से 90 प्रतिशत तक कम हो जाएंगे। श्री बोरा ने कहा कि यह एक पुण्य कार्य है अतः हम आम जनता को जितनी सस्ती दवाई दे सकेंगे उतना ही अच्छा होगा। यह प्रयास करें की सभी दवाईयां उपलब्ध हो, चाहे जिन दवाईयों में लाभांश का प्रतिशत न्युनतम हो या उनकी बिक्री की दर कम हो। श्री बोरा ने निर्देश दिया कि हर जिलों में न्युनतम दो और हर विकासखंड में एक-एक दवा की दुकानें प्रारंभ करें और दवा दुकानों की संख्या 33 से बढ़ाकर 100 की जाए।
श्री बोरा ने कहा कि सभी जिलों तथा प्रदेश मुख्यालय को मिलाकर रेडक्रॉस समिति द्वारा रक्त संग्रहण की क्षमता 12 हजार यूनिट है, इसे बढ़ाकर 25 हजार यूनिट तक किया जाए। एनसीसी, एनएसएस तथा विद्यार्थियों को रक्तदान महत्व बताएं और रक्तदान के लिए प्रेरित करें। अधिकारियों ने बताया कि रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा जो रक्त प्रदान किया जाता है उसके बदले रक्त नहीं लिया जाता। यह हमारी सबसे अनोखी विशेषता है।
श्री बोरा ने कहा कि हर व्यक्ति को फर्स्टएड का प्रशिक्षण मिलना चाहिए। वे स्वयं भी इसका प्रशिक्षण लेंगे। यहां तक हर जिले के कलेक्टर, विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय अधिकारी और एनसीसी, एनएसएस जैसे अन्य स्वेच्छिक संस्थाओं और अधिक से अधिक युवाओं को फर्स्टएड की प्रशिक्षण दे, ताकि किसी भी संकट के समय में रेडक्रॉस द्वारा प्रशिक्षित स्वयंसेवक तुरंत मदद प्रदान करें। एक फर्स्टएड का प्रशिक्षण मॉडल बनाए और इसे अभियान के रूप में चलाएं। उन्होंने इसका लक्ष्य 1 हजार से बढ़ाकर 10 हजार तक करने का निर्देश दिया।
उन्होंने कहा कि 8 मई को रेडक्रॉस का 100 वर्ष पूरे हो रहे है। इस अवसर पर जिलास्तर और प्रदेशस्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसमें लगभग 10 केटेगिरी में प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी और इस कार्यक्रम में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले जिला समितियों, दवा दुकानों, दान दाताओं और स्वयंसेवकों सहित अन्य लोगों को राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
श्री बोरा ने कहा कि रेडक्रॉस में संचालित शव वाहन की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन जिलों में यह वाहन उपलब्ध नहीं है उनकी वैक्लिपक व्यवस्था जानकारी दे और प्रयास करें शव वाहन के साथ फ्रीजर की व्यवस्था करें। उन्होंने रेडक्रॉस समिति द्वारा संचालित वृद्धाआश्रम के संबंध में कहा कि जहां पर यह संचालित हो रहे है उन जिलों में आश्रम की क्षमता बढ़ाएं और साफ-सुथरा रखे और सेवा भाव से संचालित करे। वे स्वयं इनका निरीक्षण भी करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी जिले ऑडिट की प्रक्रिया पूर्ण करा ले। उन्होंने जल्द ही जल्द नवीन रेडक्रॉस भवन का भूमि पूजन कराने और सदस्यता अभियान तेज करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव श्री प्रणव सिंह, राजभवन के उपसचिव श्रीमती रोक्तिमा यादव और प्रदेश भर से आए रेडक्रॉस समिति के सदस्य और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।