November 23, 2024

अस्पताल में गरीबों के लिए आज भी चलता है जैकी का अकाउंट

0

यह कहानी 80 के दशक के उस नौजवान की है, जिसका बचपन बेहद गरीबी में मुंबई की एक चॉल में बीता। वह पढ़ाई तक पूरी नहीं कर पाया, लेकिन जब स्टारडम मिला तो हर किसी ने सलाम किया। यह नौजवान आगे चलकर हिंदी सिनेमा का स्टार बना तो वहीं गरीबों के लिए 'मसीहा' भी…यह हैं ऐक्टर जैकी श्रॉफ, जिनका गरीबों के लिए अकाउंट चलता है।

आर्थिक तंगी के कारण छूटी पढ़ाई, किए गए रिजेक्ट जैकी श्रॉफ का बचपन बहुत ही गरीबी में बीता। उनका पूरा परिवार मुंबई के एक चॉल में रहता था। पढ़ने का शौक था, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न हो पाने की वजह से 11वीं के बाद ही स्कूल छोड़ना पड़ा। लेकिन मन में कुछ कर गुजरने की ललक थी और उसी ललक के कारण जैकी ने शैफ से लेकर फ्लाइट अंटेंडेंट तक का काम भी किया। पर जरूरी योग्यता न होने के कारण जैकी को रिजेक्ट कर दिया गया।

बस स्टैंड पर मिला ऐक्टिंग का पहला मौका
जैकी श्रॉफ ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन गरीबी का आंचल छोड़कर महलों का साथ भी नसीब होगा और दुनिया उन्हें सलाम करेगी। लेकिन वह दिन भी आया। जैकी एक दिन यूंही एक बस स्टैंड पर खड़े थे और तभी वहां एक शख्स उनसे टकराया। लंबी-चौड़ी कदकाठी और सुंदर चेहरे-मोहरे वाले जैकी को देख वह शख्स ठिठक गया और साथ में काम करने का ऑफर दिया।

इसके बाद सुभाष घई की फिल्म 'हीरो' में मौका मिला। फिल्म ब्लॉकबस्टर रही और यहीं से जयकिशन श्रॉफ, जैकी श्रॉफ यानी सुपरस्टार बन गए। यहां से जैकी के करियर ने ऐसी छलांग लगाई कि बाकी हीरो भी देखते रह गए। जैकी पर पैसों की बारिश होने लगी। लेकिन इतना स्टारडम पाने के बाद भी जैकी श्रॉफ अपनी जड़ों को नहीं भूले। एक गरीब होना क्या होता है, उसकी व्यथा क्या होती है..यह जैकी श्रॉफ बखूबी समझते हैं। तभी तो आज भी मुंबई के नानावती अस्पताल में गरीबों की मदद और उनके इलाज के लिए अकाउंट चलता है। उनके पैसों से आज भी करीब 100 से भी ज्यादा परिवारों को आर्थिक मदद मिलती है।

हर भिखारी के पास रहता है जैकी श्रॉफ का पर्सनल नंब
इतना ही नहीं, मुंबई के जिस तीन बत्ती वाल्केश्वर इलाके में एक कमरे में जैकी और उनका परिवार रहता था, वहां से पाली हिल तक के हर भिखारी और फुटपाथ पर रहने वाले हर बच्चे के पास जैकी श्रॉफ का पर्सनल मोबाइल नंबर है। जब भी उन्हें किसी तरह की मदद की जरूरत होती है वे जैकी को फोन लगाते हैं और जग्गू दादा फौरन उनकी मदद के लिए हाजिर हो जाते हैं।

आज भी चॉल वाले अपने घर जाते हैं जैकी
जैकी आज भी उस चॉल में जाते हैं जहां कभी उन्होंने गरीबी और मुफलिसी में दिन गुजारे थे। चंद साल पहले जब जैकी फिर से तीन बत्ती इलाके में स्थित अपने उसी घर में पहुंचे तो भावुक हो गए। ऐक्टर अर्जन बाजवा ने उनके घर के विडियो भी इंस्टाग्राम पर शेयर किए थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *