मैच फिक्सिंग: लंदन से दिल्ली लाए गए चावला को तिहाड़ में VIP सुविधाएं
नई दिल्ली
तिहाड़ जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन के बाद कथित सटोरिए संजीव चावला के रूप में दूसरा ऐसा कैदी आया है, जिसे यहां सरकारी तौर पर वीआईपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। साल 2000 में क्रिकेट मैच फिक्सिंग के आरोप में लंदन से दिल्ली लाए गए चावला को शुक्रवार रात तिहाड़ जेल भेजा गया। उसे यहां की जेल नंबर-3 में रखा गया है। जिस वॉर्ड नंबर-4 में उसे रखा गया है। वह फांसी के तख्ते से चंद कदमों की दूरी पर है। बताया जाता है कि उसे इसी जेल में बंद निर्भया गैंगरेप के चारों कातिलों के पास रखा गया है।
तिहाड़ जेल सूत्रों ने बताया कि संजीव चावला को शुक्रवार रात 9:30 बजे तिहाड़ जेल लाया गया। यहां उसे अलग सेल में अकेला रखा गया है। जहां उसके खाने-पीने से लेकर कानून के दायरे में रहते हुए हर संभव जरूरतों को पूरा किया जा रहा है। मसलन, जहां अन्य कैदी अपने-अपने वॉर्ड के टॉइलेट खुद साफ करते हैं। वहीं, संजीव चावला के सेल के टॉइलेट को भी साफ करने के लिए अलग से कर्मचारी लगाया गया है। वह भी दिन में तीन बार टॉइलेट की सफाई कर रहा है।
खाने के लिए जो थाली आ रही है। उसके हाईजीन वाली डिमांड को देखते हुए उसे ढंकी हुई थाली दी जा रही है। उसके सेल के करीब ही एक पार्क है, जहां उसे टहलने की छूट दी गई है। साथ ही उसे तिहाड़ के सबसे बड़े अस्पताल के पास अकेले सेल में रखा गया है। यहां उसके मेडिटेशन और योग करने का भी इंतजाम किया गया है। उसके सेल में मच्छर-मक्खी ना आए। इसके लिए सुबह-शाम स्प्रे किया जा रहा है। उसके मनोरंजन के लिए टीवी दिया गया है और जो भी वह खेल खेलना चाहे। उसकी भी छूट दी गई है।
उसकी सुरक्षा के खास इंतजाम करते हुए तमिलनाडु स्पेशल पुलिस और जेल अथॉरिटी के एक-एक स्टॉफ को उसके सेल के पास तैनात किया गया है। ताकि अन्य कोई कैदी उसे नुकसान ना पहुंचा सके। जब वह अपने सेल से बाहर पार्क में सैर करने के लिए जाएगा। तब भी उसके आसपास अन्य कोई कैदी नहीं होगा। सीसीटीवी कैमरे से भी उस पर निगरानी रखी जा रही है।
उसे जो खाना दिया जा रहा है। वह डॉक्टर और जेल स्टाफ द्वारा चेक करने के बाद ही उस तक पहुंचाया जा रहा है। बताया जाता है कि उसके सेल की साफ-सफाई की रिपोर्ट तिहाड़ जेल प्रशासन की ओर से भारत सरकार को भी दी गई है, ताकि ब्रिटेन को भी इस बारे में सूचना दे दी जाए कि उसके नागरिक को यहां एकदम हाईजीनिक कंडीशन में रखा गया है। उसे यहां रहते हुए कोई तकलीफ नहीं होने दी जा रही है। हालांकि, सोने के लिए उसे अभी तक बेड नहीं दिया गया है। फर्श पर दो कंबल बिछाकर वह उसको गद्दा बनाकर सोया। बताया जाता है कि वह जेल का पानी नहीं पी रहा है। उसे मिनरल वॉटर दिया जा रहा है।