पत्रकार विनोद वर्मा की गिरफ्तारी, क्या प्रेस की आजादी पर बड़ा हमला नहीं है:भंसाली
जोगी एक्सप्रेस
रायपुर ,वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को 27 अक्टूबर गुरुवार देर रात ग़ाज़ियाबाद स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया गया है। ये कार्रवाई छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा की गई है। पिछले कई घंटों से इंदिरापुरम थाने में उनसे पूछताछ की जा रही है।
एडिटर गिल्ट के सदस्य विनोद वर्मा के पास से पुलिस ने 500 सीडी और 2 लाख नकदी बरामद की है।पुलिस ने इन्हें 384 और 506 आईपीसी की धारा के तहत गिरफ्तार किया है। उनकी ये गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ के बड़े नेता और मंत्री की सेक्स सीडी से जुड़ी बताई जा रही है।
पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि विनोद वर्मा के ख़िलाफ़ छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित पंढरी थाने में मामला दर्ज हुआ था। विनोद वर्मा बीबीसी के पूर्व पत्रकार रहे हैं और वे अमर उजाला के डिजिटल एडिटर भी रहे हैं।
वर्मा की गिरफ्तारी पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश सिंह बघेल ने कहा कि विनोद वर्मा के पास छत्तीसगढ़ के एक रसूखदार मंत्री की सीडी थी। मंत्री एक लड़की के साथ आपत्तिजनक अवस्था में नजर आ रहे थे।
उन्होंने कहा कि यह सीडी सबके पास थी, ऐसे में विनोद वर्मा की गिरफ्तारी निंदनीय है। उन्होंने कहा, वो सीडी मेरे पास भी है। इस तरह से किसी के घर से गिरफ्तारी कर लेना गलत है। वहीं जनता काँग्रेस छत्तीसगढ़ जे के प्रवक्ता नितिन भंसाली ने इस घटना को लोकतंत्र और प्रेस की आजादी की हत्या करार दिया है और भूपेश बघेल से मांग की है कि वे उस मंत्री का नाम जाहिर करें ताकि छत्तीसगढ़ राज्य की रमन सरकार पर उस मंत्री के खिलाफ उचित कार्रवाई का दबाव बनाया जा सकते। गौरतलब है कि विनोद वर्मा को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेश बघेल का रिश्तेदार बताया जा रहा है और सूत्रों के मुताबिक भूपेश बघेल का मीडिया संचालन का काम भी विनोद वर्मा ही देखते हैं।