AAP विधायक के काफिले पर हमले में वॉलंटियर की मौत, हिरासत में आरोपी
नई दिल्ली
दिल्ली की महरौली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी से विधायक नरेश यादव पर अज्ञात लोगों ने मंगलवार देर रात हमला कर दिया। इस हमले में आप के अशोक मान नामक एक कार्यकर्ता की मौत हो गई, वहीं एक अन्य कार्यकर्ता हरेन्द्र घायल हो गया। जानकारी के मुताबिक, नरेश पर गोलियों से हमला उस वक्त हुआ जब वह चुनावी नतीजे आने के बाद मंदिर से वापस लौट रहे थे। नरेश को किशनगढ़ में हुए इस हमले में किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। घायल को पास के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने एक हमलावर को किया गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में कालू नाम के एक हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस मामले को आपसी रंजिश से जुड़ा बता रही है। पुलिस के मुताबिक अशोक मान और हमलावर के बीच पुरानी रंजिश थी, जिसके चलते यह हमला किया गया था।
हमले को लेकर नरेश यादव ने कहा, 'यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे हमले के पीछे का कारण नहीं पता है लेकिन यह अचानक हुआ। जिस गाड़ी में मैं था, उस पर हमला किया गया। मुझे यकीन है कि अगर पुलिस ने सही तरीके से जांच की तो हमलावर पकड़े जाएंगे।' वहीं आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता संजय सिंह ने केन्द्र सरकार के अधीन आने वाली दिल्ली पुलिस पर जमकर हमला बोला। संजय ने ट्वीट किया, 'महरौली विधायक नरेश यादव के क़ाफ़िले पर हमला, अशोक मान की सरेआम हत्या, ये है दिल्ली में क़ानून का राज, मंदिर से दर्शन करके लौट रहे थे नरेश यादव।' सूत्रों के मुताबिक, नरेश के काफिले पर सात राउंड फयरिंग की गई। मामले में एफआईआर दर्ज करा दी गई है।
मंगलवार को हुई मतगणना में दक्षिणी दिल्ली की महरौली विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी (आप) के प्रत्याशी नरेश यादव ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी की कुसुम खत्री को 18161 वोट से हराकर जीत हासिल की थी। नरेश यादव को इस बार जहां 62417 वोट प्राप्त हुए हैं, वहीं उनकी प्रतिद्वंद्वी बीजेपी उम्मीदवार कुसुम खत्री 44256 वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहीं। इनके मुकाबले कांग्रेस उम्मीदवार एए महेंदर चौधरी को महज 6952 वोट से ही संतोष करना पड़ा। आपको बता दें कि 2015 विधानसभा चुनाव में भी महरौली सीट पर नरेश यादव ने जीत हासिल की थी।
गौरतलब है कि दिल्ली की 70 सदस्यीय विधानसभा में आप ने 62 सीटों पर जीत हासिल की है और आप की वोट हिस्सेदारी 53.57 प्रतिशत रही। BJP ने 8 सीटों पर जीत हासिल की और उसे 38.51 प्रतिशत वोट मिले। कांग्रेस का खाता नहीं खुला और उसकी वोट हिस्सेदारी 4.26 प्रतिशत रही। बात अगर 2015 के विधानसभा चुनाव में मिले वोटों की करें तो आप को 54.3 प्रतिशत, बीजेपी को 32.3% और कांग्रेस को 9.7% वोट मिले थे।